बीकानेर thenews.mobilogicx.com एक लकड़ी के दोनों तरफ आग लगाकर उसे घूमा कर करतब दिखा रहे युवकों को देखकर लोग अचंभित हो गए। बारह गुवाड़ चौक के किशन ओझा ने बताया कि यह एक खेल है जिसे मलाठी कहते हैं। ओझा बताते हैं कि 150 वर्ष से चली आ रही इस परम्परा की शुरुआत सुमनाथ जी ओझा ने की। आज भी इस परिवार के वंशज मलाठी का खेल करते हैं।










