आयुर्वेद के जन्मदाता हैं भगवान धनवंतरी, धनतेरस पर बर्तन खरीदने की है परम्परा
बीकानेर। पांच दिवसीय दीपोत्सव के पहले दिन यानि धनतेरस पर बाजारों में लोगों ने आज जमकर बर्तनों सहित अन्य सामान की खरीददारी की। शहर की बर्तनों की दुकानों पर महिलाओं की काफी भीड़ देखने को मिली।
इस दिन नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। देव धनवंतरी को माता लक्ष्मी का भाई माना जाता है। इन्हीं के अवतरित होने के कारण धनतेरस के दिन बर्तन खरीदने की परंपरा जुड़ी है। कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को भगवान धनवंतरी कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए इस तिथि को बर्तन खरीदने की परंपरा है। माना जाता है कि धनतेरस के दिन आप जितनी खरीदारी करते हैं, उसमें 13 गुणा वृद्धि होती है।
आयुर्वेद के जन्मदाता हैं भगवान धनवंतरी
आज धनतेरस के अवसर पर आयुर्वेद के जन्मदाता भगवान धन्वंतरी का पूजन भी किया गया। बीकानेर रेलवे स्टेशन के सामने स्थित मोहता रसायनशाला में आयोजित इस पूजन कार्यक्रम में आयुर्वेद से जुड़े कई लोग मौजूद रहे। मोहता रसायनशाला के राजेंद्र गर्ग ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि भगवान धनवंतरी की पूजा अच्छी सेहत और आरोग्य के लिए की जाती है।
भगवान धन्वंतरी अच्छे स्वास्थ्य और आरोग्य के देवता हैं इनके पूजन से व्यक्ति स्वस्थ रहता है साथ ही धनवान भी बनता है। इस अवसर पर सभी ने मिलकर भगवान धन्वंतरी की विधि विधान से पूजा और आरती की।
kamal kant sharma newsfastweb.com