एआरटी प्रक्रियाओं द्वारा नि:संतान दंपतियों के जीवन में खुशियां ला रहा है राजस्थान स्थित यह आईवीएफ सेंटर
जयपुर। एडवांस एआरटी प्रक्रियाओं द्वारा नीलकंठ आईवीएफ नि:संतान दंपतियों के जीवन में खुशियां भर रहा है। यही वजह है कि मात्र दो वर्षों में ही नीलकंठ आईवीएफ अब राजस्थान के सबसे प्रतिष्ठित फर्टिलिटी क्लीनिकों में से एक बन गया है।
नीलकंठ आईवीएफ ने नवंबर, 2020 में जयपुर में अपनी सेवाएं शुरू की, 2003 में उदयपुर में पहले सेंटर के साथ एक डॉक्टर दम्पति डॉ.सिमी सूद और डॉ. आशीष सूद द्वारा इसकी सह-स्थापना की गई। नीलकंठ आईवीएफ, जयपुर देश भर में नि:संतान जोड़ों के लिए क्वालिटी फर्टिलिटी ट्रीटमेंट्स उपलब्ध करा रहा है। यह नि:संतानता के इलाज से लेकर प्रसव तक हर चीज के लिए वन-स्टॉपडेस्टिनेशन के रूप में विकसित हुआ है।
नीलकंठ आईवीएफ जयपुर सेंटर विश्व स्तरीय असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (एआरटी) से संपन्न है। यह सुविधा आईवीएफ, आईयूआई, आईसीएसआई, फर्टिलिटी-एन्हान्सिंग लेप्रोस्कोपिक और हिस्टेरोस्कोपी सर्जरीस सुरगरिएस, एम्ब्र्यो फ्रीजिंग, स्पर्म सिलेक्शन, सर्जिकल स्पर्म रिट्रीवल (टीईएसऐ, पीईएसऐ, एम-टीईएसऐ) और विट्रीफिकेशन जैसी नई तकनीकों और प्रजनन उपचार प्रदान करती है।
डॉ. सिमी सूद, डायरेक्टर, सीनियर कंसलटेंट रिप्रोडक्टिव मेडिसिन एंड फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट नीलकंठ आईवीएफ कहती हैं कि ‘हमारा उद्देश्य देश भर में सबसे अच्छा इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट प्रदान करना है और हम आशा करते हैं कि विभिन्न शहरों में ऐसे सेंटर स्थापित करके सभी लोगों के लिए इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट को और अधिक सरल बनाया जाए। एक सफल इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट और नि:संतान दम्पतियों के माता-पिता बनने के द्वारा परिवारों को जो खुशी मिलती है, उससे अधिक संतुष्टि हमें और कहीं भी नहीं मिल सकती है।’
नीलकंठ आईवीएफ पिछले 19 वर्षों में कईं गुना विकसित हुआ है। देश के सभी क्षेत्रों के लोगों को इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट प्रदान करने के लक्ष्य के साथ आज राजस्थान के उदयपुर, जयपुर और कोटा में आईवीएफ सेंटर के निर्माण के साथ तीनों सेंटर पर सभी इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट सुविधाएं उपलब्ध हैं। पिछले वर्षों में असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (एआरटी) एडवांस हुई है और नीलकंठ आईवीएफ भारत में सबसे तेजी से बढ़ते एआरटी सेंटर में से एक है। डॉ. आशीष सूद, साइंटिफिक डायरेक्टर, नीलकंठ आईवीएफ कहते हैं कि ‘हमारा पहला फोकस इनफर्टिलिटी मैनेजमेंट है और हम सबसे संभव परिणाम प्रदान करने के लिए नॉनस्टॉप काम कर रहे हैं। हमारा प्रयास सभी क्षेत्रों के लोगों को इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट उपलब्ध कराने, विशेषत: सीमित संसाधनों वाले छोटे शहरों में भी सफल नि:संतानता उपचार की सुविधाओं को पहुंचाना है।’
नीलकंठ आईवीएफ के डायरेक्टर्स डॉ. सिमी सूद और डॉ. आशीष सूद को दक्षिण राजस्थान में आईवीएफ तकनीक को लाने और इस क्षेत्र में ‘पहले टेस्ट ट्यूब बेबी’ को जन्म दिलवाने का श्रेय दिया जाता है। इनका लक्ष्य आईवीएफ द्वारा माता-पिता बने सफल जोड़ों की संतुष्टि को देखना है और साथ ही जो दंपत्ति अभी तक सफल नहीं हुए हैं, उनके घर में नई खुशियों को जन्म देना है। डॉ. सिमी कहती हैं ‘पिछले 19 साल कठिन रहे हैं, लेकिन हमारे पेशेंट्स की मुस्कान ने इस यात्रा को सार्थक बना दिया है क्योंकि दुनिया में माता-पिता बनने से बड़ी कोई खुशी नहीं है।’
नीलकंठ आईवीएफ जयपुर की कुछ विशिष्ट विशेषताएं
हाई क्वालिटी उपचार सुविधा
डॉक्टरों और एम्ब्र्योलॉजिस्ट्स की प्रशिक्षित टीम के साथ उच्च सफलता दर
एडवांस टेक्नोलॉजी और उपकरणों के साथ अत्याधुनिक मॉड्यूलर भ्रूणविज्ञान लैब
मरीजों का अत्यधिक सावधानी से इलाज और परामर्श
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com