स्वच्छ भारत मिशन के तहत शुरू होगी कवायद
बीकानेर। बैंक खाते, मोबाइल कनेक्शन और पैन कार्ड जैसी सुविधाओं के लिए आधार कार्ड लिंक करवाने के बाद अब लोगों को घरेलू शौचालय के लिए भी आधार नम्बर यानि यूनिक आईडेंटिफिकेशन देना होगा। दरअसल, स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनने वाले घरेलू शौचालयों को अब आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा।
एक सप्ताह में करना होगा लिंक
नगरीय निकाय विभाग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रदेश भर में बने शौचालयों के साथ मकान मालिक के आधार कार्ड को जोड़ा जाएगा। नगरीय निकायों को एक सप्ताह में शौचालयों से आधार लिंकिंग का कार्य पूरा करने के लिए कहा गया है।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण में गड़बड़झाला सामने आने की शिकायतों के बाद आधार नम्बर लिंक करने की कवायद शुरू की गई है, ताकि पात्र लोगों को ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत आर्थिक सहायता दी जा सके। साथ ही आधार नम्बर शौचालयों से लिंक करने से गड़बडिय़ों पर रोक लग सकेगी।
आधार नम्बर के जरिए सरकार ये पता लगा सकेगी कि जिस घर में शौचालय बनाया गया है, उसकी आमदनी कितनी है और वो व्यक्ति इस योजना का पात्र है भी या नहीं। इसके अलावा आधार नम्बर मिलने के बाद शौचालय निर्माण की बकाया किश्त के पैसे भी लाभार्थी के खाते में सीधे ट्रांसफर किए जा सकेंगे।
कचरा वाहन में लगेगा जीपीएस
जानकारी के मुताबिक नगरीय निकाय विभाग ने घर-घर से कचरा एकत्र करने वाले वाहनों में जीपीएस लगाने का निर्णय भी लिया है। जिससे कचरा एकत्र करने वाले वाहनों की प्रभावी मॉनिटरिंग हो सके। अब कचरा वाहनों का रूट चार्ट भी बनाया जाएगा। इसके अलावा घर-घर कचरा संग्रहण में कचरे और निर्माण मलबे को उठाने के लिए अलग-अलग निविदाएं जारी की जाएंगी।
बड़े शहरों में सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग एकत्र करने को पायलट प्रोजेक्ट तौर पर शुरू किया जाएगा। साथ ही नगरीय निकाय क्षेत्रों में स्थित होटल, सब्जी मण्डियों, विवाह स्थलों और ढाबों आदि में कम्पोस्ट मशीनें लगवाई जाएंगी। इससे बड़ी मात्रा में निकलने वाले कचरे को खाद में बदला जा सकेगा।