वॉट्सऐप ने की सख्ती, बिना सहमति ग्रुप में एंट्री नहीं

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फैक्ट चेक के लिए नंबर जारी, इन्वाइट सिस्टम भी लाने की तैयारी।

नई दिल्ली। वॉट्सऐप ने भारत में फैक्ट चेकिंग सर्विस लॉन्च की है। आम चुनाव जल्द होने वाले हैं और इससे पहले कंपनी ने ये कदम उठाया है। अगर आपको ऐसा लगता है कि वॉट्सऐप पर फेक मैसेज आया है तो आप इसे चेक पोइंट टिपलाइन पर भेज सकते हैं जो फेक मैसेज को वेरिफाई करेगी।

चेक पोइंट टिपलाइन फैक्ट चेक करने वाली एक लोकल स्टार्टअप है जहां फर्जी खबरों का फैक्ट चेक किया जाएगा। जो फर्जी खबर होगी वहां फाल्स, मिसलीडिंग या डिसप्युट का लेबल दिया जाएगा। जबकि सही खबर पर ट्रू का लेबल मिलेगा।

वॉट्सऐप ने ग्रुप इन्विटेशन सिस्टम भी शुरु किया है। इसके तहत बिना किसी के सहमती के किसी को आप ग्रुप में नहीं ऐड कर पाएंगे।
वॉट्सऐप के इस नए फीचर के तहत आप 9643000888 नंबर पर कोई ऐसे मैसेज फॉरवर्ड कर सकते हैं जिस पर आपको शक है। टीम खबरों को वेरिफाई करेगी और सच या झूठ है ये बताएगी।

एक रिपोर्ट के मुताबिक वॉट्सऐप ने जो ये फैक्ट चेकिंग सर्विस लॉन्च की है इसे शुरुआती प्रॉब्लम आ सकती है। फैक्ट चेक पर एक लिंक भेजा गया जिसके जवाब में कहा गया, ‘जुडऩे के लिए धन्यवाद लेकिन हम इसे आगे नहीं बढ़ा सकते हैं।’

फैक्ट चेक पांच लैंग्वेज को सपोर्ट करता है जिनमें इंग्लिश, हिंदी, तेलुगू, बंगाली और मलयालम टेक्स्ट, वीडियो और इमेज का वेरिफिकेशन किया जा सकता है।
गौरतलब है कि वॉट्सऐप फर्जी फोटो को चेक करने के लिए रिवर्स इमेज सर्च का भी फीचर देने की तैयारी कर रही है। हालांकि ये फीचर अभी टेस्टिंग के फेस में है और जल्द ही यूजर्स को दिया जा सकता है।

फेक न्यूज से बचने के लिए वॉट्सऐप ने बल्क मैसेज फॉरवर्ड पर भी लगाम लगाया है। अब एक साथ पांच लोगों को मैसेज फॉरवर्ड करने की लिमिट सेट कर दी गई है, ताकि फर्जी खबरों को फैलाया न जा सके।

 

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