पिछले शासनकाल में मुख्यमंत्री ने शुरू की थी नि:शुल्क जांच योजना
अब आमजन पर आर्थिक भार लादने की तैयारी
बीकानेर। पीबीएम हेल्प कमेटी की ओर से आमजन के हितों को देखते चेतावनी दी गई है कि अगर मरीजों की जांचों के शुल्क में वृद्धि की गई तो कमेटी की ओर से जनआंदोलन किया जाएगा।
कमेटी के अध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह राजपुरोहित ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि आज सुबह एक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर के जरिए पता लगा कि कुछ दिन बाद होने वाली मेडिकल रिलीफ सोसायटी की बैठक में मरीजों की होने वाली कुछ जांचों का शुल्क बढ़ाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो आमजन पर आर्थिक भार और पड़ेगा। कोरोना महामारी के चलते पहले से ही आमजन आर्थिक मार झेल रहा है। ऐसे में अगर मेडिकल कॉलेज और पीबीएम में होने वाली कुछ जांचों के शुल्क में बढ़ोतरी की जाती है तो आमजन के हितों के खिलाफ होगी।
कमेटी अध्यक्ष ने सुझाव भी दिया है कि अगर पीबीएम के बजटको बढ़ाने के लिए कोशिश की जा रही है तो इसके और भी कई उपाय हैं जैसे, धूड़ीबाई धर्मशाला परिसर में स्थित दुकानों का किराया मार्केट रेट पर किया जाए, पीबीएम परिसर में स्थित मेडिकल दुकानों का किराया भी मार्केट दरों पर निर्धारित किया जाए, वीरा सदन और आचार्य तुलसी कैंसर अस्पताल का संचालन पीबीएम प्रशासन निजी संस्थाओं से अपने हाथों में लेवे, पीबीएम में पार्किंग आदि के टेण्डर समय अवधि पूरी होते ही दोबारा जारी किए जाएं। इस प्रकार के उपायों से काफी राहत मिल सकती है। मरीजों और उनके परिजनों पर आर्थिक भार डालना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है।
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