महाविद्यालयों में पाठ्यक्रम अधुरा, फिर भी सहायक आचार्यों को हटाया
नोडल अधिकारियों की मनमानी से अभ्यर्थी परेशान
बीकानेर। विद्या सम्बल योजना के तहत सरकारी महाविद्यालयों में सहायक आचार्य के पदों पर लगे अभ्यर्थियों को मौखिक आदेशों से हटा दिया है। स्नातक और स्नातकोतर परीक्षाओं का ना तो अभी टाइम टेबल घोषित किया गया है और ना ही महाविद्यालयों में पाठ्यक्रम पूरा हुआ है। इसके बावजूद सहायक आचार्यों को हटाया जाना सैकड़ों योग्यताधारी बेरोजगारों के साथ कुठाराघात ही माना जा सकता है।
सहायक आचार्य डॉ. अशोक कुमार फुलवारिया ने बताया कि पूगल, हदां सहित कुछ सरकारी कॉलेजों में तो मार्च के शुरुआती दिनों में ही मौखिक आदेश देकर सहायक आचार्यों को हटा दिया गया। वहीं नोखा, कोलायत सहित कुछ सरकारी कॉलेज में सहायक आचार्यों को 14 मार्च से नहीं आने के निर्देश दिए गए हैं। विद्या सम्बल योजना के तहत लगे दर्जनों सहायक आचार्यों को सिर्फ मौखिक आदेश देकर शिक्षण कार्य से वंचित किया जा रहा है। जबकि बहुत से महाविद्यालयों में अभी तक पाठ्यक्रम पूरा नहीं हुआ है, ना ही परीक्षाओं के लिए अभी तक टाइम टेबल घोषित हुआ है। वहीं कई सरकारी कॉलेजों में अभी तक इस योजना के तहत लगे सहायक आचार्यों से शिक्षण कार्य करवाया जा रहा है। कुल मिलाकर सरकारी कॉलेजों मेें नोडल अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं और तानाशाही रवैया अपनाकर योग्यताधारी बेरोजगारों के हितों पर कुठाराघात कर रहे हैं।
डॉ. फुलवारिया ने बताया कि हटाए गए सहायक आचार्यों को ना तो रिलीव ऑर्डर दिए गए हैं और ना ही उन्हें किए गए शिक्षण कार्य का अनुभव प्रमाण पत्र। ऐसे में विद्या सम्बल योजना के तहत लगे सैकड़ों योग्यताधारी बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि सहायक आचार्यों को हटाने के कॉलेज आयुक्तालय से अभी कोई निर्देश नहीं आए हैं, अगर इस बारे में कोई निर्देश आए होते तो इस योजना के तहत लगे सहायक आचार्यों को पूरे प्रदेश में एक साथ हटाए जाने की कार्रवाई होती।
डॉ. फुलवारिया ने बताया कि सरकारी कॉलेज में विद्या सम्बल योजना के नोडल अधिकारी से उन्होंने रिलीव ऑर्डर की मांग की तो नोडल अधिकारी ने सिर्फ मौखिक आदेश का ही हवाला दिया और कहा कि इस योजना के तहत लगे सहायक आचार्यों को हटाने के आदेश हमें कॉलेज आयुक्तालय से ई मेल के जरिए मिले हैं।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com