पीबीएम में मरीजों का तिमारदार बताकर देता था वारदात को अंजाम
रात को अकेला देखकर छीन लेता था मोबाइल
बीकानेर। जिला विशेष टीम और सदर थाना पुलिस ने एक शातिर चोर को गिरफ्तार कर उसके पास से आठ मोटर साइकिल और 24 मोबाइल बरामद किए हैं। पुलिस इस आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है। नशे के आदि इस चोर से और भी वारदातें खुलने की संभावना जताई जा रही है।
सीओ सदर पवन भदौरिया ने बताया कि गिरफ्तार किया गया युवक श्यामसुन्दर विश्नोई उर्फ श्यामा पुत्र पाबूराम विश्नोई निवासी जयसिंहदेसर मगरा है। फिलहाल ये शातिर चोर मुरलीधर व्यास कॉलोनी में रह रहा है। आरोपी युवक ने चोरी की वारदातों को अंजाम देना स्वीकार कर लिया है। अभी इससे गहन पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में और भी वारदातों का खुलासा हो सकता है।
ऐसे आया गिरफ्त में
शहर में लगातार हो रही वाहनों की चोरियों को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्रसिंह इन्दोलिया ने विशेष निर्देश दिए। जिसके अनुसार उनके सुपरविजन में विशेष टीम गठित की गई। इस टीम ने शहर के आस-पास क्षेत्रों में आदतन वाहन चोरों, आदतन अपराधियों से जुड़े लोगों, पीबीएम अस्पताल के आस-पास रहने वाले और फुटपाथों पर रहने वाले संदिग्ध लोगों की जानकारी जुटाई। संदिग्ध लोगों से पूछताछ शुरू की और उनका डेटा तैयार किया। टीम ने मुखबिरों, साइबर तकनीक, सीसी कैमरों के फुटेज, संदिग्धों से गहन पूछताछ और अपराधियों के तैयार किए गए डेटा के तकनीकी विश्लेषण के जरिए एक संदिग्ध को ट्रेस किया और मुखबिरों को उसके पीछे लगा दिया। मुखबिर के जरिए टीम नेतृत्व को सूचना मिली कि आरोपी युवक जेएनवी कॉलोनी में शनि मंदिर के पास खड़ा है। टीम ने इसे दस्तयाब कर पूछताछ की तो आरोपी युवक ने वाहन चोरी की वारदातेें स्वीकार की, तब टीम ने इसके पास से चोरी की आठ मोटरसाइकिल और 24 मोबाइल बरामद करते हुए इसे गिरफ्तार किया।
आरोपी शातिर प्रवृति का है चोर
आरोपी श्यामसुन्दर विश्नोई शातिर प्रवृति का चोर है। पीबीएम परिसर और शहर के अन्य क्षेत्रों में खड़ी मोटरसाइकिलों की रैकी करता है। पीबीएम में नो पार्किंग में खड़ी व बिना व्हील लॉक की मोटर साइकिलों को टारगेट करता है। ये अपने आप को पीबीएम में दिखाने आए मरीजों का तिमारदार बता कर अन्दर घूमता रहता है। कई बार ये अपने आप को डॉक्टर को दिखा कर रसीद बनवा लेता और फिर वार्डों के अन्दर घूम कर रोगियों व उनके परिजनों के मोबाइल पर नजर रखता था। नो पार्किंग में खड़ी मोटरसाइकिल के मालिक के आस-पास रहकर उस पर नजर रखता और जब उसे यकीन हो जाता कि ये व्यक्ति अस्पताल में ज्यादा टाइम लगाएगा तब उसकी मोटरसाइकिल के लॉक में मास्टर चाबी लगाकर लॉक ऑन कर ले जाता था। वहीं आरोपी युवक नशे का सेवन कर रात को अस्पताल में घूमता रहता था और वार्डों में सो रहे रोगियों व उनके परिजनों के पास से मोबाइल चोरी कर फरार हो जाता था। इसी प्रकार शहर के अन्य क्षेत्रों में रात के वक्त ये किसी को अकेला देखकर उसका मोबाइल छीनकर भाग जाता था। आरोपी गुप्त स्थान पर चोरी की गई मोटरसाइकिल को छिपा देता था और ग्राहक मिलने पर सस्ते दामों में उसे बेच देता था।
ये रहे सक्रिय
निर्देशन – शैलेन्द्रसिंह इन्दोलिया, पुलिस अधीक्षक।
सुपरविजन- पवन भदौरिया, सीओ सदर।
नेतृत्व – सत्यनारायण गोदारा (सीआई सदर), सुभाष बिजारणियां (डीएसटी प्रभारी)
सक्रियता – एएसआई रामकरण, हैड कांस्टेबल कानदान सांदू, अब्दुल सत्तार, साइबर सैल के दीपक यादव, लक्ष्मण नेहरा, कांस्टेबल लखविन्द्र, वासुदेव, योगेन्द्र, दिलीप सिंह, सवाईसिंह, पूनमचंद।
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