बकाया बिल का भुगतान करने की एवज में ली थी रिश्वत
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की बीकानेर इकाई ने की कार्रवाई
बीकानेर। बकाया बिल का भुगतान करने की एवज में 70 हजार रुपए की रिश्वत लेते यूआइटी बीकानेर के सहायक लेखाधिकारी व कैशियर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की बीकानेर इकाई ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एसीबी टीम ने आरोपियों के पास से 70 हजार रुपए की रिश्वत राशि बरामद की है। फिलहाल एसीबी टीम जांच में जुटी है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की बीकानेर इकाई के एडिशनल एसपी महावीरप्रसाद शर्मा के निर्देशन में कार्रवाई करने वाले निरीक्षक आनन्द मिश्रा ने बताया कि आरोपी सहायक लेखाधिकारी द्वितीय गणेश कलवाणी और कैशियर मनीषकुमार खत्री से पूछताछ की जा रही है। दोनों आरोपियों ने परिवादी फर्म उदय बिल्ट प्राइवेट लिमिटेड के बकाया बिल के भुगतान की एवज में रिश्वत की मांग की थी। परिवादी की फर्म ने वर्ष, 2018 में शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्ट्रीट और पार्क लाइट का कार्य करवाया था। जिसका तकरीबन 18.75 लाख रुपए का भुगतान काफी समय से बकाया चल रहा था। कार्य पूरा होने के बाद यूआइटी की ओर से भुगतान करने की अवधि तीन वर्ष भी बीत चुके थे।
इसके बावजूद भी सहायक लेखाधिकारी गणेश कलवाणी और कैशियर मनीषकुमार खत्री परिवादी फर्म को बिलों का भुगतान नहीं कर रहे थे। लगातार कहने के बाद दोनों आरोपियों ने बिलों के भुगतान के लिए परिवादी से बिल की कुल राशि का 4.25 प्रतिशत राशि करीब 80 हजार रुपए रिश्वत के रूप में मांगी थी। जिस पर परिवादी ने एसीबी बीकानेर इकाई में शिकायत की। शिकायत का सत्यापन करवाने के बाद आज यूआइटी के सहायक लेखाधिकारी गणेश कलवाणी और कैशियर मनीषकुमार खत्री को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com