कोतवाली पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद दो आरोपियों को किया गिरफ्तार। 31 दिसम्बर की रात को की गई थी सेंधमारी।
बीकानेर। परकोटे के भीतर डागा प्रोल स्थित मकान में सेंधमारी करने के आरोप में कोतवाली पुलिस ने दो चोरों को गिरफ्तार किया है। दोनों चोरों पर सेंधमारी के ढाई दर्जन मामले चल रहे हैं।
शहर कोतवाल जसवीर कुमार ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि 31 दिसम्बर को डागा प्रोल में स्थित सूने में सेंधमारी की गई थी। इस बारे में अक्षिता पारख की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस अधीक्षक प्रदीपमोहन शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवनकुमार मीणा और सीओ सिटी दीपक कुमार ने शहर में हो रही चोरी की वारदातों को गंभीरता से लेते हुए चोरों को पकडऩे के लिए शहर कोतवाल जसवीर कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया और उन्हें चोरों को पकडऩे के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
शहर कोतवाल के नेतृत्व में इस टीम ने चोरों को पकडऩे के लिए घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया। आस-पास में गहन पूछताछ की। सीसीटीव फुटेज निकलवा कर उनका अध्ययन किया। मुखबिर तंत्र को और ज्यादा सक्रिय किया। लगातार इस मामले पर कड़ी मेहनत करते हुए टीम ने साइबर सेल के कांस्टेबल दीपक यादव से भी तकनीकी सहयोग लिया।
आखिरकार इस टीम को अज्ञात चोरों के खिलाफ कुछ क्लू मिले। जिसके आधार पर आगे बढ़ते हुए शहर कोतवाल और उनकी टीम ने सर्वोदय बस्ती में रहने वाले अशोक सोनी पुत्र मोहनलाल सोनी को नागौर से गिरफ्तार किया।
शहर कोतवाल ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि आरोपी अशोक सोनी पहले भी शहर में हुई चोरी की बड़ी वारदातों में शामिल रहा है। अभी उस पर चोरी के 29 मामले दर्ज हैं। अशोक सोनी घरों में सोने-चांदी के जेवरातों की चोरियों में बड़ा नकबजन है। अशोक पिछले महीने दिसम्बर की 12 तारीख को ही जेल से जमानत पर बाहर आया था।
इसी वारदात में शामिल एक और युवक दीपक हरिजन पुत्र चोरूलाल निवासी हरिजनों की बड़ी गुवाड़ को कोतवाली पुलिस ने बीती रात को गश्त के दौरान धारदार हथियार के साथ गिरफ्तार किया था। हालांकि पुलिस ने इस आरोपी युवक के खिलाफ आम्र्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है लेकिन पूछताछ में इस आरोपी युवक ने भी डागा प्रोल में की गई चोरी की वारदात में शामिल होना स्वीकार किया है। इसलिए पुलिस अलग से प्रोडेक्शन वारंट के जरिए गिरफ्तार कर चोरी की वारदात के बारे में पूछताछ करेगी। दीपक हरिजन भी कुछ समय पहले ही जेल से बाहर आया है और इस पर हत्या, चोरी आदि के 28 मामले दर्ज हैं।
शहर कोतवाल ने बताया कि इस वारदात का एक अन्य आरोपी गौरीशंकर उर्फ गोरिया फिलहाल फरार चल रहा है लेकिन टीम उसके पीछे लगी हुई है, जल्दी ही उसे गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा।
इन्होंने की कड़ी मेहनत
चोरों को पकडऩे के लिए गठित टीम में शहर कोतवाल जसवीर कुमार के साथ एएसआई भानीराम, हैड कांस्टेबल हनुमानाराम, कांस्टेबल अनिल, राजवीर, संपत और कपिल शामिल थे। वहीं साइबर सेल के दीपक यादव ने हमेशा की तरह इस बार भी अपने तकनीकी ज्ञान से चोरों को पकड़वाने में अपने साथियों की मदद की।