रोहित गोदारा गैंग के तीन मुख्य इनामी व हार्डकोर गुर्गे गिरफ्तार, देखें वीडियो…

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Three main prize and hardcore henchmen of Rohit Godara gang arrested, watch video...

बीकानेर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, साइबर सैल की आठ महीने की मेहनत से पकड़े गए अपराधी

महाराष्ट्र के नासिक जिले में भीड़भाड़ वाले स्थान से किए गए गिरफ्तार

बीकानेर। गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या के आरोपियों में शामिल गैंगस्टर रोहित गोदारा गैंग के तीन मुख्य इनामी व हार्डकोर गुर्गों को बीकानेर पुलिस ने महाराष्ट्र के नासिक जिले से गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों को पुलिस टीम बीकानेर लाई है और इनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस साइबर सैल की आठ महीने की मेहनत के बाद ये तीनों हार्डकोर क्रिमिनल पुलिस गिरफ्त में आए हैं।


पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने आज मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त कमल डेलू पुत्र जगदीश बिश्नोई निवासी काकड़ा, नोखा, श्रवण सींवर पुत्र शिवलाल बिश्नोई निवासी खींदासर, कोलायत और विजयपाल पुत्र जगदीश बिश्नोई निवासी जयसिंहदेसर मगरा पांचू के रहने वाले हैं। राजू ठेहट की हत्या के बाद उक्त अभियुक्त पुलिस से बचने के लिये बड़े शातिर तरीके से हाई तकनीक का इस्तेमाल करते थे। तकनीकी सहयोग से छिप रहे वांछित अपराधियों को साइबर सैल ने लगातार आठ महीने तक मेहनत कर मुल्जिमों को किया टे्रस आउट किया और गिरफ्तार किया है। लॉरेंस गैंग के सक्रिय सदस्य रोहित गोदारा के कहने पर कमल डेलू व श्रवण सिंवर ने प्रथम दृष्टया पूछताछ में राजू ठेहट प्रकरण में एके-47 जैसे हथियार सप्लाई करने की बात स्वीकार की है। तीनों अभियुक्तों पर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में दर्जनों प्रकरण दर्ज है।

मुल्जिमों का छिपने व फरारी का तरीका


मुल्जिम कमल डेलू, श्रवण सींवर व विजयपाल के दौराने पूछताछ में सामने आया है कि घटना करने के बाद फरारी के लिये अपना हुलिया व नाम बदलकर भारत व नेपाल में फरारी काटी, भारत में कर्नाटक, तमिलनाडू, दिल्ली, गोआ, पंजाब, पुणे, मुम्बई, नासिक, फलौदी, जोधपुर, बज्जू, रणजीतपुरा में हुलिया बदलकर रहे थे। काफी दिनों से नासिक में किराये के फ्लैटों में फरारी काट रहे थे। ये तीनों अपना हुलिया बदलकर बाल कटवाकर नाम बदलकर एक घर में रह रहे थे। पुलिस से बचने के लिये पूरे दिन घर में छिपे रहते थे। इन बदमाशों को पकडऩे के लिये पुलिस ने भी अपना हुलिया बदलकर उक्त कॉलोनी में एक-एक घर चिन्हित कर मुल्जिमों को पकड़ा है।

मुल्जिमों को गिरफ्तार करने का ये रहा तरीका


पुलिस अधीक्षक के आदेश की पालना करते हुए साइबर सैल हैडकानिस्टेबल दीपक यादव मय साइबर टीम ने तकनीकी कार्य किया जिससे यह तथ्य सामने आये कि उक्त मुल्जिमों द्वारा बड़ी हाई तकनीक इन्टरनेट पर फेक एप्लीकेशन का कॉलिंग ऐप से रोहित गोदारा गैंग से जुड़े थे। उक्त इन्टरनेट एप्लीकेशन द्वारा किसी भी वारदात की कार्ययोजना बनाते व अंजाम देते। हाई तकनीक इन्टरनेट पर फेक एप्लीकेशन एप के जरिये बदमाशों तक पंहुचने में बीकानेर पुलिस को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा था। परन्तु आठ महीने की कडी मेहनत करते हुये साइबर सैल ने उक्त मुल्जिमों का तकनीकी तथ्य प्राप्त किये, प्राप्त तथ्यों के आधार पर गठित पुलिस टीम द्वारा अपने मुखबीर तंत्र को सक्रिय किया गया। पुलिस टीम ने मेहनत व लग्न से कार्य करते हुये मुल्जिम कमल डेलू, श्रवण सींवर व विजयपाल के साथ वारदात मे सम्मिलित साथियों की सम्पूर्ण जानकारियां जुटाईं। साइबर सैल ने मुल्जिमों कमल डेलू, श्रवण सींवर व विजयपाल को नासिक महाराष्ट्र में एक इनपुट ट्रेस किया।

इनपुट पर कार्य करने और मुल्जिमों को दस्तयाब करने के लिए पुलिस अधीक्षक ने त्वरित प्रभाव से टीम प्रभारी वेदपाल थानाधिकारी पुलिस थाना नयाशहर व संजयसिंह उनि थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली, दीपक यादव हैडकानिस्टेबल, दिलीपसिंह हैडकानिस्टेबल, कानिस्टेबल श्रीराम को नासिक के लिए रवाना किया। पुलिस टीम नेे साइबर सैल से प्राप्त इनपुट को ट्रेस आउट करना शुरू किया। तीनों मुल्जिमों की लोकेशन का इनपुट नासिक जिले के भीड़भाड़ क्षेत्र में आई। पुलिस टीम ने बारिकी से लगातार चार दिन तक मेहनत करते हुये अलग-अलग हुलिया बनाकर क्षेत्र के एक-एक घर को तस्दीक किया। इस दौरान पुलिस टीम ने एक संदिग्ध घर को चिन्हित किया। चिन्हित घर के सामने निर्माणाधीन बिल्डिंग में मजदूरों का हुलिया बनाकर दो दिन तक चिन्हित घर पर नजर रखते हुये संदिग्ध गतिविधियां पुख्ता कर इस संदिग्ध घर पर नासिक पुलिस की मदद से दबिश दी गयी तो उक्त तीनों मुल्जिमों को दस्तयाब कर लिया गया।


ईनामी व हार्डकोर अपराधियों को ट्रेस आउट व गिरफ्तार करने के फलस्वरूप साइबर सैल के हैडकानिस्टेबल दीपक यादव, दिलीपसिंह हैडकानिस्टेबल व राजूराम गुर्जर कानिस्टेबल को विशेष पदोन्नति के प्रस्ताव और उक्त मुल्जिमों को ट्रेस आउट कर गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल नयाशहर थानाधिकारी वेदपाल, शहर कोतवाल संजयसिंह, श्रीराम कानिस्टेब साइबर सैल के डीजीपी डिस्क के लिए प्रस्ताव मुख्यालय भिजवाये जा रहे है।

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com

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