किसान जानेंगे नई तकनीक
बीकानेर। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने और कृषकों की कृषि में दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से आज स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविधालय में तीन दिवसीय कृषि कार्यशाला का आगाज हुआ।
भारतीय कृषि दक्षता परिषद द्वारा आयोजित इस कार्यशाला का कुलपति प्रो. बीआर छींपा ने दीप प्रज्ज्वलन कर शुरुआत की।
कार्यशाला में हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश और दिल्ली के करीब 80 प्रशिक्षक भाग ले रहे हैं। जो अलग-अलग कृषि सेंटर से जुड़े हुए हैं।
स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविधालय के कुलपति प्रो. बीआर छींपा ने बताया कि भारत कृषि प्रधान देश है और कृषक देश के विकास में अहम भूमिका अदा करता है। कृषि में नवीन तकनीकों के माध्यम से उसकी दक्षता बढ़ाने और आय में बढ़ोतरी के लिए तीन दिनों तक इस कार्यशाला में दक्षता विकास विषय पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
वहीं अटारी जोधपुर संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. एमएस मीणा ने बताया कि कार्यशाला में किसानों की आजीविका बढ़ाने के लिए 17 जॉब रोल्स के बारे में बताया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चाहे डेयरी फॉर्म हो या कृषि से सम्बंधित अन्य कोई कार्य, जरूरत इस बात कि है कि कृषक उसमें पूर्णतया दक्ष हो ओर उसे नवीन तकनीकों के बारे में जानकारी हो, तभी वो अपनी आय में बढ़ोतरी कर पाएगा।
कार्यक्रम समन्वयक प्रो. एसके शर्मा ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली और कृषि विवि के वैज्ञानिकों द्वारा इन 80 मास्टर ट्रेनर्स को तीन दिनों तक कृषि से सम्बंधित नवीन तकनीकों की जानकारी दी जाएगी, ताकि वे आगे जाकर कृषकों को इस बारे में बता सकेें।
नई तकनीकों के बारे में जानकारी हासिल करके ही किसान भाई अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगे और तभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना साकार हो सकेगा।