अमित शाह ने भी माना कम हो रही हैं भाजपा की सीटें
परेशानी में आए प्रदेश भाजपा के नेता
बीकानेर। प्रदेश में लोकसभा की 25 सीटों को लेकर भले ही भाजपा नेता क्लीन स्वीप का दावा कर रहे हों लेकिन अमित शाह ने सीटों के कम होने का बयान देकर सबको चौंका दिया है। दरअसल, अमित शाह ने एक इंटरव्यू में ये कहा है कि राजस्थान में उनकी ज़्यादा नहीं एक दो सीट कम हो सकती है। शाह के इस बयान ने प्रदेश भाजपा के नेताओं को परेशानी में डाल दिया हैं क्योंकि कांग्रेस नेता लगातार राजस्थान में अपनी सभी सीटों के जीतने का दावा कर रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार अगर भाजपा कुछ सीटें हार रही हैं तो सबसे बड़ा सवाल है कि प्रदेश में इस बार भाजपा का गणित क्यों गड़बड़ाया है, कहां रणनीतिक चूक हुई है। असल में इस बार प्रदेश भाजपा का गणित बिगडऩे में अन्य समीकरणों के अलावा यहां के सात विधायकों ने भी बड़ी भूमिका अदा की है। विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद इन नेताओं ने लोकसभा चुनाव में भी अपनी ताल ठोकी है न केवल मज़बूती से चुनाव लड़ा है बल्कि भाजपा के सारे समीकरण भी बिगाड़ दिए हैं।
वर्तमान में कांग्रेस से विधायक हरीश मीणा टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा सीट, ललित यादव अलवर लोकसभा सीट से, बृजेंद्र ओला झुंझुनूं लोकसभा से, दौसा विधायक मुरारीलाल मीणा दौसा लोकसभा सीट से, हनुमान बेनीवाल नागौर लोकसभा सीट से, बीएपी के विधायक राजकुमार रोत बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट और बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्रसिंह भाटी लोकसभा चुनाव लड़ा हैं।
इस चुनाव में इन विधायकों के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। लेकिन उनकी प्रतिष्ठा जरूर दावं पर है। लोकसभा चुनाव जीतेंगे तो देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद भवन पहुंचेंगे, हारने पर भी बतौर विधायक प्रदेश में काम करने का अवसर इनके पास रहेगा। लेकिन यह जरूर है कि इन बड़े और क़द्दावर नेताओं की चुनावी मैदान में होने से इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प रोचक और भाजपा के लिए कुछ परेशानी भरा हो गया है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com