कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर के पदों पर दोबारा भर्ती निकाले जाने की मांग
बीकानेर। नेशनल हेल्थ मिशन के अन्तर्गत सरकार की ओर से कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर की रद्द की गई भर्ती को दोबारा से करने की मांग को लेकर बेरोजगार नर्सेज ने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा। ज्ञापन के जरिए सरकार को विधानसभा का घेराव करने और भूख हड़ताल करने की चेतावनी भी दी गई।
नर्सिंग छात्र संगठन के प्रदेशाध्यक्ष सांवर जोशी ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत राज्य सरकार के द्वारा कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) के 2500 पदों पर दिनांक 16.05.2019 को विज्ञप्ति जारी करके सैकड़ों बेरोजगार नर्सेज से आवेदन लिए थे, जिनकी परीक्षा दिनांक 22.06.2019 को तय की गई थी, लेकिन भ्रष्टाचार के चलते दिनांक 20.06.2019 को सरकार के द्वारा नोटिस जारी करके इस भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया और आज एक साल हो चुका लेकिन राज्य सरकार की ओर से इस भर्ती प्रक्रिया के बारे में दोबारा कोई आदेश जारी नहीं किया। राज्य सरकार का यह कदम बेरोजगार नर्सेज के साथ नाइंसाफी है।
बेरोजगार नर्सेज ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है कि कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर के पदों में बढ़ोतरी करते हुए तथा कार्य अनुभव को खत्म करते हुए दोबारा विज्ञप्ति जारी करके भर्ती को पूरा किया जाए। प्रदेश में 30,000 पदों पर नर्स ग्रेड सैकिंड की स्थाई भर्ती की जाए। सविंदा प्ऱथा को खत्म किया जाए, नर्सिंग स्टाफ को प्राथमिक तौर पर मेडिसिन रखने और लिखने का अधिकार दिया जाए।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के प्राइवेट हॉस्पिटलों में व डॉक्टरों के चेंबर में ऐसे लोग नर्सेज का कार्य कर रहे हैं जिनके पास किसी भी तरह की ना तो नर्सेज डिग्री है और ना ही डिप्लोमा। इन लोगों को रोकने के लिए सख्त कानून बनाया जाए। समान कार्य समान वेतन के नियम को सभी गैर सरकारी संस्थान पर लागू किया जाए। उन्होंने बताया कि संगठन की मांगों का जल्द व उचित निराकरण नहीं किया जाता है तो संगठन के द्वारा प्रदेश के हर जिले में धरना, प्रदर्शन किए जाएंगे। जयपुर में भूख हड़ताल व विधानसभा घेराव जैसे कदम उठाए जाएंगे। ज्ञापन मे त्रिलोक चंद, रामदयाल पूनिया, बजरंग, अशोक, राकेश सहित कई नर्सेज डिग्रीधारी शामिल रहे।
#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com