कलक्टर साहब ! यहां पर भी नजर डालिए…
बीकानेर। शहर में ऐसे कई चौराहे हैं जो दिन-प्रतिदिन खतरनाक बनते जा रहे हैं। इन चौराहों पर हर वक्त हादसा होने की आशंका बनी रहती है। हैरानी की बात तो यह है कि शहर के बदहाल यातायात को सुधारने के जिम्मेदारों ने इन खतरनाक चौराहों पर बिगड़ते हालात की ओर ध्यान नहीं दिया है।
गौरतलब है कि भुट्टों का चौराहा, पुलिस लाइन चौराहा, सर्वोदय बस्ती चौराहा, डूडी पेट्रोल पम्प के सामने वाला तिराहा, सूरसागर के पास गिन्नाणी की ओर जाने वाले रास्ते पर बना तिराहा, ऐसे केन्द्र हैं जहां पर यातायात काफी ज्यादा रहता है। भुट्टों का चौराहा, पुलिस लाइन चौराहा, सर्वोदय बस्ती और डूडी पेट्रोल पम्प के सामने वाला चौराहा तो ऐसे केन्द्र हैं जो राजमार्ग पर हैं, ऐसे में इन पर दोपहिया वाहनों के साथ-साथ भारी वाहनों का आवागमन भी बहुत ज्यादा रहता है। इन चौराहों पर सरकारी और निजी बसें भी काफी ज्यादा चल रही हैं और सवारियां लेने-उतारने के लिए इन चौराहों पर रूक भी रही हैं। ऐसे में इन चौराहों पर यातायात बाधित हो जाता है और कई बार लम्बा जाम भी लग जाता है। इन चौराहों को पार कर विभिन्न मोहल्लों और गलियों में जाने वालों की तादाद भी बहुत देखी जा सकती है। जिसकी वजह से इन चौराहों पर हालात बहुत खतरनाक बने हुए नजर आते हैं।
सुबह और शाम को तो इन स्थानों पर यातायात इतना बाधित हो जाता है कि पैदल चलने वालों को भी चौराहा पार करने में पांच से दस मिनट तक का इंतजार करना होता है। सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि इन चौराहों पर सर्किल भी प्रशासन की ओर से नहीं बनाएं गए हैं, जिसकी वजह से यहां हर वक्त हादसा होने की प्रबल आंशका बनी हुई है।
सुन्दर और स्वच्छ शहर बनाने के लिए कलक्टर पूरी कोशिश जरूर कर रहे हैं लेकिन शहर के खतरनाक चौराहों पर सर्किल बनवाने या अन्य व्यवस्था करने की ओर अभी उनका ध्यान नहीं गया है।
हो चुके हैं हादसे, मरे हैं कई लोग
राजमार्ग पर स्थित इन चौराहों पर कई बार हादसे हो चुके हैं जिनमें कई निर्दोष लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। हादसा होने के बाद प्रशासन सक्रिय होता है और कुछ दिन तक तो वहां यातायात पुलिसकर्मी तैनात कर दिए जाते हैं लेकिन बाद में हालात वहीं पहले जैसे हो जाते हैं। कई बार हादसे होने के बाद भी प्रशासन ने ज्यादा यातायात वाले इन चौराहों पर यातायात सुधारने के लिए ध्यान नहीं दिया है। जिसे देख कर माना जा सकता है कि प्रशासन को इन स्थानों पर किसी हादसे का इंतजार है।
सूरसागर के पास बने दोनों तिराहे हैं खतरनाक
ऐतिहासिक सूरसागर के पास स्थित दोनों तिराहे खतरनाक बने हुए हैं। शहर के बीचोबीच होने की वजह से इन पर हल्के और भारी वाहनों का आवागमन बहुत ज्यादा रहता है। गिन्नाणी की ओर से जूनागढ़ की ओर जाने वाले वाहन चालकों और नगर निगम की ओर से जूनागढ़ की ओर जा रहे लोगों के बीच कई बार हादसे होते यहां देखे गए हैं। इसी प्रकार हनुमान हत्था की तरफ से जूनागढ़ के आगे से होते हुए नगर निगम की ओर जाने वाले वाहन चालकों को जूनागढ़ के सामने से नगर निगम की ओर से आ रहे वाहन चालकों को कई बार भिड़ते देखा गया है। इन दोनों स्थानों पर भी हालात हमेशा खतरनाक बने रहते हैं। यहां भी यातायात को सुगम बनाए जाने की जरूरत शहर के लोग महसूस कर रहे हैं।
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