‘पोषक अनाज-समृद्ध किसान’ की थीम, तीन दिवसीय किसान मेला 27 मार्च से

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The theme of 'Nutritious Grain-Prosperous Farmer', three-day Kisan Mela from March 27

स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय और आत्मा के संयुक्त तत्वावधान में होगा आयोजन

कृषि के साथ होर्टीकल्चर और पशुपालन करने के लिए किसानों को किया जाएगा प्रोत्साहित

बीकानेर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय तथा कृषि एवं पदेन परियोजना आत्मा के संयुक्त तत्वावधान में 27 से 29 मार्च तक विश्वविद्यालय के स्टेडियम में किसान मेला आयोजित किया जाएगा। तीन दिवसीय मेले में किसानों को कृषि के साथ होर्टीकल्चर व पशुपालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।


कुलपति डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि मेले में बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनू और जैसलमेर के किसान, कृषक महिलाएं, सरकारी और गैर सरकारी संस्थान के प्रतिनिधि भाग लेंगे। मेला ‘पोषक अनाज- समृद्ध किसान’ की थीम पर आयोजित किया जाएगा। मेले के दौरान केंद्र व राज्य सरकार के विभिन्न विभागों, आईसीएआर संस्थानों, राज्य के कृषि विश्वविद्यालयों तथा निजी सेक्टर की फर्मों की ओर से स्टॉल लगाकर कृषि उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा।


कुलपति ने बताया कि मेले के दौरान किसानों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। मेले का पहला दिन फल, सब्जी और पुष्प दिवस, दूसरा दिन पशुपालन दिवस तथा तीसरा दिन फसल दिवस के रूप में मनाया जाएगा। मेले के दौरान विभिन्न कृषक विचार गोष्ठियां आयोजित की जाएंगी तथा उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों और पशुपालकों को सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉ. प्रकाशसिंह शेखावत, कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. आईपी सिंह, गृह विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता प्रो. विमला डुकवाल, कृषि अधिकारी मुकेश गहलोत, प्रसार शिक्षा उपनिदेशक डॉ.आरके वर्मा आदि मौजूद रहे।


विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. सुभाष चंद्र ने बताया कि मेले की शुरुआत कृषि मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री लालचंद कटारिया करेंगे। कार्यक्रम में राजस्थान एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष रामेश्वर डूडी, ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी, जिला प्रमुख मोडाराम मेघवाल, श्रीकर्ण नरेंद्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलराज सिंह तथा कलक्टर भगवतीप्रसाद कलाल मौजूद रहेंगे।


किसानों को देंगे नवीन तकनीकों की जानकारी
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक कैलाश चौधरी ने बताया कि कृषि विकास से संबंधित विभिन्न प्रदर्शनियां और प्रयोगात्मक उपयोगी प्रदर्शन, मशरूम की खेती, मधुमक्खी पालन और बूंद-बूंद सिंचाई पद्धति की जानकारी, उन्नत कृषि यंत्रों खाद एवं विभिन्न मोटे अनाज के लाभ उत्पादन और प्रदर्शन मेले के दौरान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेले में किसानों के परिवहन की व्यवस्था की गई है।

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com

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