मंत्रियों की बयानबाजी से गहलोत सरकार की हो रही है किरकिरी

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State Congress: Discord in the clan, got air to factionalism

विधायकों की बयानबाजी से कार्यकर्ताओं का गिर रहा मनोबल

जानकारों का मानना है कि संगठन और सरकार के बीच नहीं है सबकुछ ठीक

बीकानेर। प्रदेश में वर्ष, 2023 में चुनाव होने हैं । लेकिन संगठन और सरकार में सबकुछ ठीक चलता नजर नहीं आ रहा है। कांग्रेस के विधायकों की आए दिन हो रही बयानबाजी से पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं का मनोबल गिर रहा है।


सियासी गतिविधियों पर पैनी नजरें रखने वाले लोगों के अनुसार मंत्रियों और विधायकों की बयानबाजी से गहलोत सरकार की किरकिरी हो रही है। कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा, अमीन खान और रामनारायण मीणा खुलकर सरकार और संगठन पर निशाना साध चुके हैं। जोधपुर के ओसियां से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने पहले जलदाय मंत्री महेश जोशी को रबर स्टैंप बता दिया। अभी कुछ दिनों पहले उन्होंने यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और विधायक गणेश घोघरा पर भी कटाक्ष किया। जबकि विधायक अमीन खान ने कांग्रेस पर मुस्लिमों की अनदेखी करने का आरोप लगा दिया।

वरिष्ठ विधायक रामनारायण मीणा ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी पर उनकी आवाज दबाने का आरोप लगा दिया। सीएम गहलोत के मंत्री भी सरकार की किरकिरी कराने में लगे हुए है। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास पर पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों के पेट में दर्द हो रहा है। उन्हें कोटा का विकास पच नहीं पा रहा है। हाल ही में हुई कैबिनेट की बैठक में मंत्री लालचंद कटारिया और प्रतापसिंह खाचरियावास ने धारीवाल की मनमानी पर सवाल उठा दिए। इन मंत्रियों ने बाकि शहरों के विकास का पैसा काटकर कोटा ले जाने का आरोप लगाया था।


कुल मिलाकर इस बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने लगभग साढ़े तीन वर्ष के शासन में अपनों से ही तकलीफें झेली हैं। उनकी सरकार के मंत्रियों और विधायकों ने ही उनकी नैया को डूबाने में कसर नहीं छोड़ी है।

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com

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