डॉ. प्रीति राजपुरोहित ने जीवन रक्षा अस्पताल में किया जटिल ऑपरेशन
बीकानेर। गर्भाशय में अभी तक की सबसे बड़ी गांठ दूरबीन द्वारा निकालने का जटिल ऑपरेशन जीवन रक्षा अस्पताल में डॉ. प्रीति राजपुरोहित ने किया। दूरबीन द्वारा अपनी तरह का यह जटिल ऑपरेशन बीकानेर संभाग में पहली बार किया गया है। डॉ. प्रीति राजपुरोहित ने बताया कि नागौर के कुचामन में रहने वाली महिला गर्भाशय में बड़ी गांठ को लेकर काफी परेशान थी। उसने अपने इलाज के लिए प्रदेश के कई प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों को दिखाया लेकिन इतनी बड़ी गांठ का लेप्रोस्कोपिक (दूरबीन) सर्जरी किये जाने के लिए कोई तैयार नहीं था। ऐसे में पीडि़त महिला ने उनसे सम्पर्क किया।
डॉ. प्रीति राजपुरोहित ने बताया कि बेहद बड़े आकार की गांठ को देखते हुए उन्होंने कैंसर की सम्भावना को हटाने के लिए जांचें करवाई। डॉ. प्रीति के अनुसार अगर कैंसर मार्कर टेस्ट्स नेगेटिव हैं तो ओपन सर्जरी की तुलना में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी बेहद बेहतर उपचार है। जांचों के बाद उन्होंने जीवन रक्षा अस्पताल में महिला का दूरबीन द्वारा 5 किलो की गांठ का सफल ऑपरेशन किया।
उन्होंने बताया कि 3 घंटे तक चले इस दूरबीन ऑपरेशन में गर्भाशय के अंदर से 28 सेंटीमीटर बड़ी एवं 5 किलो से अधिक वजन की गांठ को 2 सेंटीमीटर के न्यूनतम छेद से दूरबीन द्वारा निकाला गया। इससे पहले इस प्रकार की सर्जरी के लिए दिल्ली या मुंबई जाना पड़ता था जिसमें असुविधा के साथ-साथ खर्चा भी बहुत आता था। उन्होंने बताया कि बीकानेर में इतनी बड़ी गांठ का पहले ओपन सर्जरी द्वारा ऑपरेशन किया जाता था, जिसमें बहुत बड़ा चीरा मरीज को लगाया जाता था और मरीज को स्वस्थ होने में काफी समय लग जाता था।
गौरतलब है कि डॉ. प्रीति राजपुरोहित द्वारा यह सर्जरी पूर्णत: दूरबीन से न्यूनतम चीरे द्वारा की गयी है, जिसमें मरीज को ठीक होने में बेहद कम समय लगता है एवं ऑपरेशन के दौरान रक्त स्नाव एवं जोखिम भी बेहद कम होता है। महिला को ऑपरेशन के दूसरे ही दिन अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गयी। बताया जा रहा है कि यह बीकानेर संभाग में हुई दूरबीन द्वारा अभी तक की सबसे बड़ी गर्भाशय की गांठ का ऑपरेशन था। इतनी बड़ी गांठ के दूरबीन द्वारा ऑपरेशन के साथ बीकानेर मेडिकल इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया। जिसमें बीकानेर में अब महिलाओं की दूरबीन द्वारा बड़ी से बड़ी गांठ का भी ऑपरेशन संभव हैं।
डॉ. प्रीति राजपुरोहित ने बताया कि मुंबई एवं अहमदाबाद में उन्होंने कार्य किया था, जिस दौरान उन्होंने इस प्रकार के और भी जटिल दूरबीन सर्जरी के केसेज किए हैं। ऑपरेशन करने वाली टीम में स्त्री रोग लेप्रोस्कोपिक एवं कैंसर सर्जन डॉ. प्रीति राजपुरोहित के साथ एनेस्थेटिस्ट डॉ. सविता राठी, एनेस्थेटिस्ट डॉ. रश्मि जैन, सहायक राजू सिंह, हेमाराम एवं चुन्नी लाल शामिल थे।