अभी अम्फन पश्चिम बंगाल और ओडिसा मेें मचा गया है तबाही
बीकानेर। चक्रवातीय तूफान अम्फन को गुजरे अभी ज्यादा वक्त नहीं हुआ है और दूसरा चक्रवातीय तूफान अरब सागर में बनने की प्रक्रिया में है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि जल्द ही अरब सागर से एक चक्रवात उठेगा और भारत के पश्चिमी तट पर भारी बरसात कराएगा।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस वक्त अरब सागर में कोई डिप्रेशन तो मौजूद नहीं है। दक्षिण-पूर्व अरब सागर में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवातीय सर्कुलेशन) मौजूद है जो निम्न दाब का क्षेत्र पैदा करेगा। इसका अर्थ है कि अरब सागर में भी वैसी ही स्थितियां बन रही हैं जैसी मई के दूसरे हफ्ते में दक्षिणी बंगाल की खाड़ी में बन रही थीं और जिसने बाद में सुपरसाइक्लोन अम्फन का रूप ले लिया था।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार साइक्लोनिक सर्कुलेशन से बना निम्न दाब का क्षेत्र गहन होकर एक डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है और जो आगे चलकर चक्रवात भी बन सकता है। यह अम्फन जितना ही नुकसान पहुंचाएगा, इस बारे में मौसम वैज्ञानिक कहते हैं कि अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, हमें थोड़ा इंतजार करके देखना चाहिए।
वैज्ञानिकों के अनुसार यह साइक्लोनिक सर्कुलेशन दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में 30 मई तक पहुंच सकता है। जहां यह निम्न दाब के क्षेत्र में तब्दील होगा और यह निम्न दाब का क्षेत्र डिप्रेशन में बदलकर गुजरात तट की ओर 3 जून के आसपास असर दिखा सकता है। अगर चक्रवातीय तूफान बना तो वह पश्चिमोत्तर दिशा में बढ़ेगा। यानी जिस तरफ ओमान है और 31 मई के आसपास यह ओमान तट पर पहुंच सकता है। फिलहाल मौसम वैज्ञानिक अरब सागर में अपनी नजरें जमाए हुए हैं।
Kamal kant sharma and Bhawani joshi newsfastweb.com