साठ किलोमीटर से ज्यादा की पदयात्रा कर बीकानेर पहुंचेंगे स्कूली छात्र
शिक्षा मंत्री के गृह जिले में स्कूलों में रिक्त चल रहे शिक्षकों के पद
बीकानेर। सरकारी स्कूल में लंबे समय से शिक्षक नहीं होने की शिकायत लेकर लूणकरनसर के सोढ़वाली गांव स्थित सीनियर सैकण्डरी स्कूल के छात्रों ने शिक्षा निदेशालय के लिए कूच किया है। सोढ़वाली से पैदल निकले स्कूली छात्र साठ किलोमीटर से ज्यादा की पदयात्रा करके यहां शिक्षा निदेशालय पहुंचेंगे और निदेशक को अपनी पीड़ा बताएंगे। गहलोत सरकार के शिक्षा मंत्री के गृह जिले में जब इस प्रकार के हालात हैं तो यह अंदाजा भी सहज लग जाता है कि प्रदेश में शिक्षण व्यवस्था किस प्रकार से चल रही है।
गौरतलब है कि लूणकरनसर तहसील के ग्राम सोढवाली के सीनियर सैकण्डरी स्कूल में लंबे समय से अध्यापकों के पद खाली चल रहे हैं। पिछले कई दिनों से स्कूल के बच्चे और अभिभावक शिक्षकों को लगाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे लेकिन किसी भी राजनेता और प्रशासनिक अधिकारी ने उनकी सुध नहीं ली। सरकार और सिस्टम की उपेक्षा का शिकार होकर आखिरकार इन बच्चों को पैदल ही जिला मुख्यालय पर अपनी गुहार लगाने के लिए रवाना होना पड़ा।
स्कूली बच्चे लगभग 50 किलोमीटर पैदल चलकर खारा से आगे पहुंच चुके हैं। स्कूल में शिक्षक लगाने की जायज और जरूरी मांग को लेकर पदयात्रा करने वाले इस दल में लगभग डेढ़ सौ छोटे-छोटे बच्चे और बच्चियां शामिल हैं। इस स्थिति को दुर्भाग्यशाली ही माना जाएगा कि अभी तक भी अधिकारियों ने इनकी ओर ध्यान नहीं दिया है। सबसे बड़ी विडम्बना तो यह भी है कि शिक्षा मंत्री का गृह जिला होने के बावजूद भी सरकारी स्कूलों में इस प्रकार की लापरवाही सामने आ रही है।
इस मसले पर भाजपा नेता सुरेंद्रसिंह शेखावत ने सरकार एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों पर संवेदनहीनता का आरोप लगाया है। गौरतलब यह भी है कि राजस्थान विधानसभा के उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी बच्चों की तस्वीर के साथ ट्वीट करते हुए सरकार की संवेदनहीनता की भत्र्सना की है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com