हिरण शिकार के विरोध में जीव प्रेमियों ने 15 दिनों तक दिया था धरना
बीकानेर। कांग्रेस सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई ने जीव प्रेमियों की ओर से हिरण शिकार के विरोध में दिए गए धरने को राजनीति से प्रेरित करार दिया है। आज यहां वन विभाग कार्यालय में उन्होंने मीडियाकर्मियों से वार्ता की।
समीक्षा बैठक सहित अन्य सरकारी कार्यों का निरीक्षण करने बीकानेर आए वन एवं पर्यावरण मंत्री विश्नोई ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि वन विभाग पूरी तरह से सही कार्य कर रहा है। पिछले एक वर्ष में शिकार की घटनाओं में कमी आई है। लूणकरनसर में हिरण शिकार की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंच गए थे। शिकार के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बावजूद जीव प्रेमियों ने वहां पर जो पन्द्रह दिनों तक धरना दिया था, वह राजनीति से प्रेरित था। इसका कोई अन्य कारण नहीं था।
वन अधिकारी के निलम्बन किए जाने के सवाल पर मंत्री विश्नोई ने कहा कि निलम्बन कोई सजा नहीं होती है। प्रदेश के सवाई माधोपुर में हुए सांभर के शिकार पर उन्होंने कहा कि इस प्रकरण की जांच चल रही है। उन्होंने वन विभाग कार्मिकों का पक्ष लेते हुए कहा कि वर्ष भर का रजिस्टर देखा है, वन अधिकारी सूचना मिलने पर तुरंत मौके पर पहुंचते हैं, घायल वन्य जीवों का रेस्क्यू करते हैं। उनका विभाग सही तरीके से कार्य कर रहा है।
गौरतलब है कि 22 जनवरी को लूणकरनसर तहसील के शुभलाई गांव में हिरणों का शिकार किया गया था। इस घटना के विरोध में जीव प्रेमियों ने वहां 15 दिनों तक धरना दिया था। जब वहां के अधिकारियों ने धरनार्थियों की नहीं सुनी तो जीव प्रेमी वहां से पैदल मार्च करते हुए बीकानेर कलेक्टर कार्यालय के सामने पहुंचे थे और वहीं पड़ाव डाल दिया था। बाद में प्रशासन ने वन विभाग के अधिकारी को निलम्बित किया तो यह पड़ाव हटा लिया गया था।
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