हिन्दू जागरण मंच की ओर से पुलिस अधीक्षक को दिया गया ज्ञापन
निष्पक्ष जांच और निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने का मिला आश्वासन
बीकानेर। श्रीडूंगरगढ़ में नाबालिग छात्रा और शिक्षिका के प्रकरण में पुलिस द्वारा नाबालिग किशोरी के परिजनों और अन्य निर्दोष लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाने का विरोध शुरू हो गया है। आज हिन्दू जागरण मंच की ओर से जेठानन्द व्यास के नेतृत्व में आज एक प्रतिनिधि मण्डल पुलिस अधीक्षक से मिला और आमजन के विरूद्ध प्रथम सूचना दर्ज करने के सम्बन्ध में आपत्ति दर्ज करते हुए ज्ञापन दिया गया।
जेठानन्द व्यास की ओर से बताया गया है कि आज के इस ज्ञापन में हिन्दू जागरण मंच ने कहा कि नाबालिग छात्रा के पिता की ओर से घटना वाले दिन ही रिपोर्ट थानापुलिस डूंगरगढ को दी गई थी लेकिन अभियुक्तों को बचाने के लिए दर्ज नही की गई। डूंगरगढ पुलिस प्रशासन के द्वारा की जा रही लापरवाही की नाराजगी डूंगरगढ के आमजन में काफी बढ़ गई थी और आमजन के द्वारा पुलिस को त्वरीत कार्यवाही करने के लिए और नाबालिग छात्रा को वापस लाने के लिए शान्तिपूर्ण तरीके से डूंगरगढ थाने के सामने धरना दिया गया था। जैसे ही नाबालिग वापस आई वैसे ही धरना समाप्त कर दिया गया।
इस घटना में किसी भी प्रकार किसी कानून का कोई उल्लघंन नही किया गया और ना ही कोई अप्रिय घटना हुई। इसके बावजूद 7 जुलाई को थानाधिकारी के द्वारा नाबालिग के पिता को बुलाया गया और कहा गया कि उनके द्वारा जो पुत्री के अपहरण की प्रथम सूचना दर्ज करवाई गई उसमें राजीनामा कर लो। जब नाबालिग के पिता के द्वारा राजीनामा करने से इन्कार कर दिया गया और नाबालिग छात्रा के द्वारा धारा-164 दण्ड प्रक्रिया संहिता के बयान भी अभियुक्ता के विरूद्ध दिये गये तो थानापुलिस के द्वारा अभियोगी एवं उनके सहयोगीयों पर दबाव बनाने के लिए झूठे आधारों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जो दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस प्रशासन के द्वारा आमजन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना इस प्रकार की घटनाओं को बढाने के लिए प्रोत्साहन के रूप में देखा जा सकता है।
डूंगरगढ के आमजन के द्वारा पूर्णत: शान्तिपूर्वक विधिनुसार अपना प्रदर्शन किया गया और किसी को भी परेशानी ना हो इसलिए सडक़ से दूर पर धरना लगाया गया और थानापुलिस एंव प्रशासनिक कार्यालयों के समक्ष धरना दिया गया। इसके बाद भी पुलिस के द्वारा बिना किसी शिकायत पर स्ंवय डूंगरगढ के आमजन पर मुकदमा दर्ज करना प्रदर्शित करता है कि डूंगरगढ पुलिस ‘आमजन में डर अपराधियों में विश्वास’ पर कार्य कर रही है। जिसका हिन्दू जागरण मंच विरोध करता है। हिन्दू जागरण मंच मांग करती है कि आप स्वंय इस प्रकरण में हस्तक्षेप करें और अभियोगी पक्ष पर दबाव देने के लिए दर्ज किये गये इस प्रकरण को वापस लेने का आदेश देंवे, पीडि़त परिवार के जख्मों पर मरहम लगाते उनके परिवार की माकूल सुरक्षा व्यवस्था की जाये।
व्यास ने बताया कि पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम की ओर से हिन्दू जागरण मंच को आश्वासन दिया गया है कि किसी भी निर्दोष को तंग परेशान नहीं किया जायेगा। राजकार्य में बाधा तथा अन्य धाराओं के सम्बन्ध में निष्पक्ष जांच की जायेगी और प्रकरण की जांच डूंगरगढ पुलिस से हटा कर तुरन्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को सुपुर्द की जा रही है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com