खेल मैदान सरकारी, तानाशाही रवैया स्कूल संचालकों का
नादिरशाही देखिए कि महिला खिलाडिय़ों के चैंज रूम और बाथरूम पर भी लगा दिया ताला
बीकानेर। राजनीति इतनी प्रभावी हो गई है कि शहर की खेल प्रतिभाओं को अब परेशान किया जा रहा है। स्कूल संचालकों ने तानाशाही दिखाते हुए सरकारी खेल मैदान पर भी खिलाडिय़ों को प्रवेश बंद कर दिया। इतना ही नहीं सरकार के इन ठेकेदारों की नादिरशाही देखिए कि इन लोगों ने महिला खिलाडिय़ों के चैंज रूम और बाथरूम पर भी ताला जड़ दिया।
प्रशासन के इस तानाशाही रवैये से परेशान होकर खेल प्रतिभाएं आज कलेक्टर कार्यालय पहुंची और वहां अपने मैडल और धनुष-बाण के साथ धरना लगा कर अपनी व्यथा जाहिर की। अपने-अपने खेलों में माहिर और देश का नाम रोशन करने का जज्बा रखन वाले इन खिलाडिय़ों ने एम एम स्कूल की तानाशाही नीति पर रोष व्यक्त किया।
प्रदर्शन में शामिल दिव्यांग खिलाड़ी नगमा ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि एम एम स्कूल के प्रिंसिपल और खेल प्रशिक्षक ने खेल मैदान पर ताला जड़ दिया। जिसकी वजह से इस खेल मैदान में तीरंदाजी, जिम्नास्टिक व स्विमिंग करने वाले सैकड़ों खिलाडिय़ों को अभ्यास से वंचित होना पड़ रहा है। इतना ही नहीं खेल मैदान परिसर में स्थित शौचालयों, महिला खिलाडिय़ों के चैंज रूम पर भी ताला जड़ दिया गया है। ऐसे में महिला खिलाडिय़ों को अभ्यास से पहले और बाद में ड्रेस बदलने के लिए भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
खिलाड़ी रामदयाल विश्नोई ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि हरियाणा सहित कई राज्यों में खिलाडिय़ों को वहां की सरकार हरसंभव सुविधाएं उपलब्ध करवा रही है लेकिन हमारे प्रदेश में खिलाडिय़ों के हितों की उपेक्षा की जा रही है। शासन की उपेक्षा के साथ यहां का प्रशासन भी खिलाडिय़ों के प्रति तानाशाही रवैया अपना रहा है। जिसकी वजह से राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं में पदक जीत कर बीकानेर का नाम रोशन करने वाले और इस मैदान में अभ्यास करने वाले सैकड़ों खिलाड़ी अपने रोजाना वाले अभ्यास से वंचित हो रहे हैं। इन खिलाडिय़ों का भविष्य अंधकार में नजर आने लगा है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI WWW.NEWSFASTWEB.COM