कोरोना ; हालातों का फायदा उठा रहे कुछ व्यवसायी, कालाबाजारी जारी, देखें वीडियो…

0
328
कोरोना

दो दिनों में ही खाद्य सामग्री के दामों में कर दी बढ़ोतरी

बीकानेर। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए किए गया लॉक डाउन किराणा के कुछ व्यवसायियों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। कुछ व्यवसायी इतने गंभीर हालातों में भी आमआदमी की जेब काटने से नहीं चूक रहे हैं। 21 मार्च की रात को जैसे ही प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लॉकडाउन की घोषणा की वैसे ही किराणा-राशन व्यवसायियों ने खाद्य सामग्री के दामों में बढ़ोतरी कर दी। ये बढ़ोतरी दोनों तरह के थोक व खुदरा व्यवसायियों ने की है।

न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के अनुसार जनता कफ्र्यू के अगले दिन यानि 23 मार्च को जब लोग बाजार में राशन का सामान लेने पहुंचे तो व्यवसायियों ने खरीददारों की मजबूरियों का फायदा उठाया। एक ही दिन में दालों, चीनी, गुड़, आटा व तेल के दामों में काफी बढ़ोतरी कर दी। लोगों ने यह जानकारी न्यूजफास्ट वेब को दी तो संवाददाता ने खबर की सत्यता का पता लगाने के लिए फड़बाजार, केईएम रोड सहित कई प्रमुख बाजारों में व्यवसायियों से बात की।

इस दौरान खाद्य सामग्री के दामों में जो बढ़ोतरी सामने आई वह काफी चौंकाने वाली थी। तीन दिन पहले जो चीनी बाजार में 40 रुपए प्रति किलो बेची जा रही थी उसके भाव 45-46 रुपए प्रति किलो कर दिए गए। गुड़ 35 रुपए प्रति किलो से 45-50 रुपए प्रति किलो बेचा जा रहा है। तीन दिनों पहले मूंग धुली दाल के दाम 105 रुपए प्रति किलो थे, जो अब 125 रुपए प्रति किलो कर दिए गए। मूंग छिलका दाल तीन दिनों पहले सौ रुपए किलो बेची जा रही थी, वह अब 120-123 रुपए किलो बेची जा रही है।

अरहर दाल में तो तकरीबन 25 रुपए का उछाल आ गया है। तीन दिनों पहले अरहर दाल 75 से 80 रुपए किलो बेची जा रही थी लेकिन अब यही दाल 105 रुपए से 110 रुपए प्रति किलो बेची जा रही है। सरसों का तेल 90 से 95 रुपए किलो बेचा जा रहा था जो अब लॉक डाउन में 110 से 115 रुपए प्रति किलो बेचा जा रहा हैे। इसी प्रकार मूंगफली तेल का टिन पहले 1650 रुपए में बिक रहा था आज उसकी कीमत लगभग 1950 रुपए कर दी गई है। इतना ही नहीं सब्जी के दाम भी ग्राहकों से मनमाने तरीके से वसूले जा रहे हैं। संवाददाता को आम आदमी समझकर एक व्यवसायी ने बताया कि थोक के भावों में बढ़ोतरी हुई है तो हम तीन दिनों पहले के दामों में अपना सामान क्यों बेचे।

ये कालाबाजारी सिर्फ प्रमुख बाजारों में ही नहीं की जा रही है बल्कि गली मोहल्लों में भी हो रही है। गली-मोहल्लों में दुकानदार इस लॉक डाउन में इन गंभीर हालातों में भी जमकर चांदी काटने में लगे हैं।

पुलिस कंट्रोल रूम में भी सबसे ज्यादा शिकायत कालाबाजारी की
न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के अनुसार पिछले तीन दिनों में पुलिस कंट्रोल रूम में आईं शिकायतों में सबसे ज्यादा शिकायतें कालाबाजारी किए जाने की थी। हालांकि प्रशासन इस बारे में शिकायतें मिलने पर कार्रवाई कर रहा है लेकिन लोगों में मची खरीददारी की होड़ ने ही व्यवसायियों को कालाबाजारी करने का मौका दिया है।

Kamal kant sharma newsfastweb.com

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here