गांधीपार्क में बैठे युवक-युवतियों को पकड़ थाने लाए, युवाओं में रोष।
बीकानेर। सार्वजनिक पार्क में बैठना भी अब पुलिस की निगाहों में गुनाह हो गया है। अगर कोई फुर्सत के क्षण पार्क में अपनों के साथ बिताना चाहता है तो उसे भी पुलिस पकड़ कर थाने ले जा सकती है। ऐसा ही एक मामला आज गांधीपार्क में देखने को मिला। हालांकि बाद में पुलिस ने पकड़े गए युवक-युवतियों को छोड़ दिया लेकिन पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर से खाकी की नादिरशाही को उजागर कर दिया है।
दरअसल, आज गांधीपार्क में दो-तीन युवक और युवतियां बैठे आपस में बातें कर रहे थे। तभी आबकारी थाने के एक जवान ने सदर थाने पहुंच कर इसकी शिकायत कर दी। शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए सदर थाने से पुलिस जीप मौके पर पहुंची और वहां बैठे युवक-युवतियों को जबरन उठाकर थाने ले गए। इतना ही नहीं मौके पर पहुंचे सदर थाने के हवलदार शिकायत करने वाले आबकारी पुलिस के जवान को भी पकड़ कर थाने ले गए। हालांकि बाद में पुलिस ने शिकायतकर्ता को भी छोड़ दिया और वहां पकड़ कर लाए गए युवक-युवतियों को भी। लेकिन पुलिस की यह कार्रवाई शहरवासियों को यह संदेश दे रही है कि वह फुर्सत के क्षण सार्वजनिक पार्क में बैठकर भी नहीं बिता सकते हैं।
शिकायतकर्ता को भी पकड़ लाई पुलिस
इस मामले की शिकायत करने वाले आबकारी जवान को भी गांधीपार्क पहुंची सदर थाना पुलिस पकड़ के ले गई थी। जबकि शिकायतकर्ता पुलिसकर्मियों को बार-बार कहता रहा कि वह आबकारी थाने से है और ये शिकायत उसने ही की है। इसके बावजूद अपनी खाकी के रौब में पुलिसकर्मियों ने उसकी एक नहीं सुनी। इस बीच मीडियाकर्मी भी थाने पहुंच गए।
थाने पहुंच कर आबकारी थाने के जवान ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि वह शिकायतकर्ता है और उन्हीं के स्टाफ का है। उसकी बात सुनकर और मीडिया में मामला पहुंचते देख पुलिस अधिकारियों ने उसे तुरंत छोड़ दिया।
पुलिस के खिलाफ की जा सकती है शिकायत
इस प्रकार के मामलों में पीडि़त पुलिस की शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। पीडि़त जिला पुलिस अधीक्षक, पुलिस महानिरीक्षक, गृहमंत्री, मुख्यमंत्री को लिखित में अपनी शिकायत भेज सकते हैं। वहीं राज्य मानवाधिकार आयोग में भी पुलिस की शिकायत की जा सकती है।
कानून की किसी भी किताब में सार्वजनिक पार्क में बैठकर बात करना गुनाह नहीं माना गया है। अगर कोई प्रेमी युगल सार्वजनिक पार्क या अन्य स्थान पर किसी प्रकार की अश्लील हरकत कर रहे हों, या आपत्तिजनक स्थिति में हो तो उनका गुनाह माना जा सकता है और पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। पार्क या अन्य सार्वजनिक स्थान पर बैठकर बात करना गुनाह नहीं है।