किसी भी कमेटी में नहीं दी नेतृत्व की भूमिका, दो कमेटियों में दिया गया है स्थान
सियासी गलियारों में चर्चाएं, बताया जा रहा है आलाकमान की खास रणनीति
बीकानेर। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस हाइकमान ने 8 कमेटियों का गठन किया है। इन कमेटियों के जरिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की जिम्मेदारी तय की गई। पार्टी में रहकर गहलोत के खिलाफ आन्दोलन करने वाले सचिन पायलट को किसी भी कमेटी में नेतृत्व की भूमिका नहीं दी है। हालांकि पायलट को मुख्य कोर कमेटी और कॉर्डिनेशन कमेटी में स्थान दिया गया है।
गौरतलब है कि इन आठ कमेटियों के गठन के बाद सियासी हलको में सचिन पायलट और कांग्रेस में उनकी मौजूदगी को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। कोई पायलट को कम तवज्जो सियासत का हिस्सा बता रहा है तो कोई इसे आलाकमान की प्रदेश को लेकर खास रणनीति करार दे रहा है।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार इन आठ कमेटियों में सदस्यों के साथ चेयरपर्सन, कॉ-चेयरमैन, कन्वीनर और कॉ-कन्वीनर के साथ सदस्यों की नियुक्तियां की गई है। कोर कमेटी का कन्वीनर कांग्रेस के प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा को बनाया गया है।
पिछले कई महीनों से ऐसी चर्चाएं चल रही थी कि सचिन पायलट को इलेक्शन केंपेनिंग कमेटी का चेयरपर्सन बनाया जा सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कमेटियों का गठन किया। केम्पेनिंग कमेटी का चेयरपर्सन सचिन पायलट के बजाय कैबिनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल को बनाया गया है। इसी तरह मेनिफेस्टो कमेटी का चेयरपर्सन डॉ. सीपी जोशी को, स्ट्रेटेजिक कमेटी का चेयरपर्सन पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी को, ममता भूपेश को मीडिया एंड कम्युनिकेशन कमेटी और मुरारी लाल मीणा को पब्लिसिटी और पब्लिकेशन कमेटी का चेयरपर्सन तथा सीएम गहलोत के नजदीकी प्रमोद जैन भाया को प्रोटोकॉल कमेटी का चेयरपर्सन बनाया गया है।
सरकार को आंख दिखाने वाले चांदना केम्पेनिंग कमेटी के कॉ-चेयरमैन
राजनीतिक गलियारोंं में पहुंच रखने वाले लोगों के अनुसार सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन की चेतावनी देने वाले खेल मंत्री अशोक चांदना को केम्पेनिंग कमेटी कॉ-चेयरमैन बनाया गया है। वहीं ओबीसी आरक्षण का रोस्टर बदलने की मांग को लेकर सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ आन्दोलन का ऐलान करने वाले हरीश चौधरी को स्ट्रेटेजिक कमेटी का चेयरपर्सन बनाया गया है। इसी कमेटी में प्रियंका गांधी के नजदीकी धीरज गुर्जर को कॉ-चेयरमैन बनाया गया है। पब्लिसीटी एंड पब्लिकेशन कमेटी में कुल 21 नेताओं को शामिल किया गया। इस कमेटी में सचिन पायलट समर्थक मुरारीलाल मीणा को चेयरपर्सन बनाया गया है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार इन आठ कमेटियों के गठन में कांग्रेस आलाकमान ने दोनों गुटों के नेताओं को खुश करने की कोशिश की है। इन कमेटियों में शामिल किए गए नेताओं के नाम सामने आने के बाद यह निश्चित माना जा रहा है कि सचिन पालयट को लेकर कांग्रेस का प्लान कुछ और ही है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com