सुसाइड नोट में लगाए अपने अधिकारियों पर प्रताडि़त करने के आरोप
अब पीबीएम अस्पताल में उपचाराधीन, अधिकारियों ने दी अपनी सफाई
बीकानेर। रोडवेजकर्मी ने बीकानेर केन्द्रीय बस स्टेंड परिसर स्थित अपने कार्यालय में खुदकुशी करने का प्रयास किया। रोडवेजकर्मी के पास मिले सुसाइड नोट में उसने अपने अधिकारियों पर प्रताडि़त करने के आरोप लगाए हैं। फिलहाल यह रोडवेजकर्मी पीबीएम अस्पताल में उपचाराधीन है और खतरे से बाहर है।
न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के अनुसार इस रोडवेजकर्मी ने खुशकुशी की कोशिश से पहले से पहले बीकानेर आगार के मुख्य प्रबंधक के नाम एक शिकायत पत्र भी लिखा। जिसमें उसने अपने अधिकारियों को इसके लिये दोषी बताया है। इस कर्मचारी ने पत्र में लिखा है कि सितम्बर महीने में मेरी गाड़ी की आय अन्य परिचालकों से ज्यादा होने के बावजूद मेरी ड्यूटी हटाई गई और रिमार्क लगा दिया गया। जबकि वह स्वयं वहां मौजूद भी नहीं था।
उसने अपने पत्र में लिखा है कि मेरे द्वारा कंट्रोल रूम व कुछ ऑडियो-विडियो फुटेज, कॉल डिटेल्स आदि की व्यवस्था करते देख अधिकारियों ने मुझे पेशी का समन भी नहीं दिया और दस दिसम्बर को अंतिम तारीख बताकर मुझे प्रताडि़त किया गया। इन सब से परेशान होकर उसने खुदकुशी करने की कोशिश की है।
वहीं दूसरी तरफ रोडवेज बीकानेर आगार के अधिकारियों का कहना है कि परेशान करने वाली कोई बात नहीं है। इस रोडवेजकर्मी को ड्यूटी करने को कहा गया था, इसने ड्यूटी नहीं करने और अपनी जगह किसी और से ड्यूटी करवाने की बात की थी। रोडवेज में कर्मचारियों की काफी कमी है, इसलिए ड्यूटी तो सभी को करनी ही होती है। सभी रोडवेजकर्मियों से आठ घंटे की ड्यूटी ही करवाई जा रही है।
#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com