मानसून की वजह से सप्लाई हो रही कम, आसमान छू रहे भाव
बीकानेर। बेशक शहर में बरसात ने राहत नहीं दी हो लेकिन प्रदेश में आए मानसून ने यहां की गृहणियों के रसोई का बजट जरूर बिगाड़ दिया है। इन दिनों हरी सब्जियों के भाव आसमान छूने लग रहे हैं। गरीब की थाली से अब चटनी तक दूर होने लगी है।
दरअसल, हरी मिर्च तक के दाम में दोगुने तक का उछाल आया है। जानकार लोगों के मुताबिक मानसून आते ही शहर में सब्जियों की आवक 30 फीसदी तक घट गई है। इससे सब्जियों के भाव डेढ़ गुना तक बढ़ गए हैं। दो दिन पहले तक 40 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर 80 रुपए पर पहुंच गया है। वहीं भिंडी 45 रुपए, करेला और तुरई 50 पार पहुंच गई है। newsfastweb.com
सब्जियोंके बढ़े भावों ने रसोई का बजट गड़बड़ा दिया है। दामों के चलते लाल हुई सब्जियों की वजह से खाने का स्वाद भी बिगडऩे लगा है। बारिश के चलते इन दिनों विभिन्न सब्जियों के दाम आसमान पर जा पहुंचे हैं, जिससे आम लोगों के मुंह का निवाला छिनता नजर आने लगा है।
बारिश की मार के चलते सब्जियों के दामों में एकाएक उछाल आने से आम आदमी अबसब्जियों को कम मात्रा में खरीदने पर मजबूर होने लगा है। सब्जी में तड़का लगाने के लिए उपयोग किए जाने वाले प्याज के दामों में उछाल आ गया है। सब्जियों के दाम बढऩे की वजह से आम आदमी को सब्जी खरीदने से पहले कई बार सोचना पड़ रहा है। newsfastweb.com
इसके पीछे का कारण सब्जियों की सप्लाई कम होना बताया जा रहा है। मानसून सक्रिय होने से कई इलाको में रास्ते बंद होने से सब्जी की सप्लाई कम हो रही है और दामों में उछाल आ चला है। बारिश के चलते जहासब्जियों और फलों के दाम बढ़ गए हैं, वहीं इनकी गुणवत्ता भी कमजोर होने लगी है। ऐसे में महंगे दामों पर खरीदी गईसब्जियों और फल जल्द खराब होने से व्यापारी और आमजन परेशान हंै।
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