प्रदेश में महिलाओं को पहली बार मिला ये फायदा
प्रदर्शनकारियों का इस मुद्दे पर साथ नहीं दे रहा है विपक्ष
बीकानेर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 14 जून को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में महिलाओं का 50 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया था। अब तक 30 फीसदी आरक्षण दिया जा रहा था जिसे अचानक 20 फीसदी बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया गया। राज्य सरकार ने जब से 50 फीसदी आरक्षण का ऐलान किया। तब से पुरुष वर्ग लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहा है। राज्य सरकार के इस निर्णय पर विपक्ष ने चुप्पी साध रखी है।
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने के ऐलान के बाद जयपुर सहित प्रदेश के कई जिला मुख्यालयों पर पुरुष वर्ग के बेरोजगार युवाओं ने सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए जमकर प्रदर्शन किया जो अभी तक जारी है। राज्य सरकार के इस फैसले पर विपक्ष ने चुप्पी साध रखी है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और पीसीसी चीफ गोविंदसिंह डोटासरा सहित कांग्रेस के किसी भी बड़े नेता ने सरकार के इस फैसले पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं ही है। पुरुष वर्ग के युवाओं को लगा कि विपक्ष भी उनकी आवाज बनेगा लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
दरअसल, राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव से पहले आधी आबादी को यह सपना दिखाया था कि उनकी सरकार बनी तो वो 50 प्रतिशत आरक्षण देंगे। लेकिन राहुल दावे करते रहे और भजनलाल शर्मा की सरकार ने उसे पूरा करके भी दिखा दिया। ऐसे में अब राहुल गांधी या उनकी पार्टी के नेता भजनलाल सरकार के इस फैसले का विरोध भी नहीं कर पा रहे हैं।
इसलिए प्रदर्शनकारियों को साथ नहीं दे रहा विपक्ष
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की कई योजनाओं को मौजूदा सरकार ने बंद कर दिया है। साथ ही कई योजनाओं के नाम बदल दिए गए हैं। कांग्रेस सरकार के अंतिम छह माह के कार्यकाल के दौरान लिए गए फैसलों की जांच के लिए हाइपावर कमेटी का भी गठन किया है। इन सब मुद्दों को लेकर कांग्रेस हमेशा सत्ता पर मुखर रही है लेकिन तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिए जाने के फैसले पर कांग्रेस चुप है। विपक्ष के नेताओं ने ना तो इस फैसले का स्वागत किया और ना ही इसका विरोध कर रही है। पुरुष वर्ग के हजारों युवा यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर विपक्ष उनका साथ क्यों नहीं दे रहा है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com