लॉकडाउन की तर्ज पर मोटरसाइकिल से शहर के अन्दरूनी क्षेत्रों में लगे गश्त
अभी भी कोरोना महामारी को लेकर गंभीर नहीं हो रहे लोग
कोरोना की दूसरी लहर में खतरनाक है नए स्ट्रेन
बीकानेर। फरवरी महीने से लगातार कोरोना संक्रमण फैलता नजर आ रहा है। कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है। लोग कोरोना महामारी गाइडलाइन की पालना में लापरवाही बरत रहे हैं, जिसे देख कर अब महसूस किया जाने लगा है कि लॉकडाउन की तर्ज पर गली-मोहल्लों में भी गश्त जरूरी है।
गौरतलब है कि पिछले डेढ़ महीने में ही कोरोना संक्रमण ने जिले में हालात एक साल पहले से भी ज्यादा बदतर कर दिए हैं। हालांकि सरकार ने इस बार भी गाइडलाइन जारी कर दी है लेकिन लोग अभी कोरोना महामारी की दूसरी लहर को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। आज भी प्रमुख बाजारों को छोड़कर गली-मोहल्लों के बाजारों और कई चौराहों पर लोगों की भीड़ जमा होती देखी जा सकती है। लोग मास्क को अपने चेहरे पर सही तरीके से नहीं लगा रहे हैं, सोशल डिस्टेंसिंग की तो पालना कहीं भी नजर नहीं आ रही है। चाय की दुकानों, चाट-पकौड़ी, गोल-गप्पे, चायनिज फूड और रेस्तरांओं में तो सोशल डिस्टेंसिंग बिल्कुल भी मेन्टेन नहीं किया जा रहा है।
वहीं गली-मोहल्लों में लोग आज भी दुकानों पर, पार्कों में और सड़क पर झुंड बनाकर खड़े होते देखे जा सकते हैं। ऐसे में पुलिस को और भी ज्यादा सख्ती करनी पड़ेगी। जागरूक लोगों का मानना है कि जिस प्रकार पिछले वर्ष लॉकडाउन में गली-मोहल्लों में बाइक सवार पुलिसकर्मियों की गश्त लगी थी उसी प्रकार इस बार भी गश्त व्यवस्था हो तो शहर में कोरोना संक्रमण पर लगाम कसी जा सकती है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन संक्रमण की दृष्टि से ज्यादा खतरनाक है। नए स्ट्रेन की वजह से संक्रमण ज्यादा और तेजी से फैल रहा है। कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए लोगों को मास्क लगाना बहुत ही जरूरी है। मास्क कोरोना वायरस से बचने का सबसे अच्छा और कारगर उपाय है।
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