कोलायत के लोहिया गांव की रोही में साढ़े तीन दर्जन पक्षियों का शिकार
बीकानेर। कोलायत तहसील के लोहिया गांव की रोही में राष्ट्रीय पक्षी मोर सहित साढ़े तीन दर्जन पक्षियों को जहरीला दाना डालकर शिकार बनाया गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे जीव रक्षा संस्था के कार्यकर्ताओं ने वन विभाग को इसकी सूचना दी।
जीव रक्षा संस्था के अध्यक्ष मोखराम धारणिया ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि आज लोहिया गांव की रोही में राष्ट्रीय पक्षी मोर सहित अन्य पक्षियों को जहरीला दाना डालकर शिकार बनाए जाने की सूचना मिली थी। उन्होंने तुरन्त वन विभाग के उप वन संरक्षक वीरेन्द्र जोरा और कोलायत के वन अधिकारियों को इसकी सूचना दी। इस बीच जीव रक्षा संस्था के तहसील अध्यक्ष हरिराम धायल, जीव प्रेमी धर्माराम विश्नोई, पेमाराम सियाग, दिलीपनाथ सिद्ध सहित कई कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। उन्होंने देखा कि सात मोरों ने दम तोड़ दिया था और करीब 15 वहीं घायल अवस्था में पड़े थे। इनके अलावा 15 तीतर, एक कमेड़ी और एक चिडिय़ा भी जहरीला दाना खाकर दम तोड़ चुकी थी।
घायल पक्षियों की जानकारी गोगागेट स्थित पशु अस्पताल के संयुक्त निदेशक डॉ. पूनम को दी गई। उन्होंने घायल पक्षियों के इलाज के लिए तुरंत एक टीम कोलायत के लिए रवाना कर दी। इलाज के दौरान मोरों ने दम तोड़ दिया। धारणिया ने शिकार की इस वारदात पर रोष जताते हुए कहा कि शिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की जाती है, जिसकी वजह से राष्ट्रीय पक्षी मोर को भी शिकारी नहीं बख्श रहे हैं। इससे पहले नागौर में मोरों की तस्करी करते शिकारी पकड़े गए थे।
लूणकरनसर के खोखराना गांव में, सेरुणा क्षेत्र में भी राष्ट्रीय पक्षी मोर के शिकार के कई मामले सामने आ चुके हैं लेकिन वन विभाग की ओर से आज तक शिकारियों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई होते नहीं देखी गई है। उन्होंने कहा कि इस वारदात का वे वन्य जीव अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करवा रहे हैं।
Kamal kant sharma newsfastweb.com