सोशल प्लेटफार्म के जरिए बढ़े सेक्सटॉर्शन के मामले
लाज के चलते लोग नहीं जाते हैं पुलिस के पास
जरा सी सावधानी बचा सकती है पीडि़त यूजर्स इज्जत
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com
बीकानेर। सोशल प्लेटफॉर्म के जरिए यूजर्स के साथ स्कैम होना नई बात नहीं रह गई है। सोशल मीडिया पर स्कैम के नए-नए तरीके जरूर आते रहते हैं। ऐसा ही एक तरीका है सेक्सटॉर्शन जो इस दिनों चर्चा में है। बीकानेर में भी ऐसे दर्जन भर से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, लेेकिन लोक लाज के चलते लोग पुलिस के पास शिकायत करने नहीं पहुंच रहे हैं। जरा सी सावधानी रखने पर इस प्रकार के स्कैम से बचा जा सकता है।
सामान्य फोन्स कॉल्स पर हम बहुत बार स्पैम कॉल्स को इग्नोर कर देते हैं। मगर वॉट्सऐप पर आई कॉल शायद ही कोई मिस करता होगा। पिछले कुछ दिनों में सेक्सटॉर्शन के कई मामले सामने आए हैं। दरअसल, इस स्कैम में कुछ ही सेकेंड्स में ऐसा कुछ होता है कि यूजर के होश उड़ जाएं। मसलन यूजर्स को एक वीडियो कॉल आती है और फिर स्कैम की पूरी कहानी शुरू हो जाती है।
एक शख्स ने हमसे अपनी कहानी साझा करते हुए बताया कि वो शाम को अपने घर पर कुछ मेहमानों के साथ बैठे हुए थे। इस बीच उन्हें वॉट्सऐप पर एक कॉल आई। शुरुआत में उन्होंने उस कॉल को इग्नोर किया लेकिन दो से तीन बार लगातार फोन आने पर उन्हें ये कॉल जरूरी लगी। जैसे ही उन्होंने वॉट्सऐप कॉल रिसीव की तो ये एक वीडियो कॉल थी, जिसमें दूसरी तरफ एक महिला थी। महिला कॉल शुरू होते ही अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए। यूजर ने जब तक कॉल को डिस्कनेक्ट किया तब तक स्कैमर्स का काम हो चुका था। अगले ही पल एक दूसरे नंबर से यूजर को कॉल आती है और स्कैमर उस ब्लैकमेल करते हुए पैसे की डिमांड करता है। पैसे देने के बाद भी ब्लैकमेलिंग का ये सिलसिला खत्म नहीं होता है। स्कैमर्स वीडियो कॉल पर यूजर की फुटेज का इस्तेमाल करके ऐसा वीडियो बना लेते हैं कि जैसे इस पूरी घटना में पीडि़त शख्स शामिल रहा हो। इस तरह के स्कैम को सेक्सटॉर्शन कहा गया है।
पुलिस के पास जाने से बचते हैं लोग
न्यूजफास्ट वेब की जानकारी में ऐसे कई मामले आए जिसमें यूजर्स के साथ ये स्कैम किया गया है। ऐसे मामलों में बहुत कम लोग पुलिस के पास जाते हैं। ज्यादातर लोगों को लगता है कि ये उनकी गलती है तो वे पैसे देकर किसी भी तरह से इस मुसीबत से निकलना चाहते हैं। वहीं बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो अपनी इज्जत खराब होने के भय से पुलिस के पास नहीं पहुंचते और ब्लैकमेलिंग का शिकार हो जाते हैं। वहीं बहुत से लोग नंबर ब्लॉक कर देते हैं, तो कुछ अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स तक को डिलीट कर देते हैं।
ऐसे बच सकते हैैं यूजर्स
अब सवाल है कि यूजर्स इस तरह के मामले से कैसे बच सकते हैं। साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक स्कैमर्स बहुत स्मार्ट तरीके से लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और ऐसे मामलों में उन्हें ट्रैक कर पाना मुश्किल होता है। इस तरह की कॉल्स से लिए आपको सिर्फ सावधानी रखनी चाहिए। किसी भी अननोन (अनजान) नंबर से आने वाली वीडियो कॉल को रिसीव ना करें। अगर जरूरी लगे तो नंबर पर ऑडियो कॉल करके चेक कर लें कि कॉल करने वाले शख्स का मकसद क्या है। इस तरह से आप खुद को मुसीबत से बचा सकते हैं।