नए तरीके से ठग रहे हैं भोले-भाले लोगों को, आधा दर्जन मामले आए सामने
कोर्ट से ओटीपी नम्बर लाने का कहकर रुपए और मोबाइल लेकर हो जाते हैं फरार
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com
बीकानेर। पीबीएम अस्पताल और आस-पास क्षेत्र में लपकागिरी करने वाले लपके अब कोर्ट परिसर तक भी पहुंचने लगे हैं। कोर्ट में काम करवाने का प्रलोभन देकर और वहां भीड़भाड़ होने का फायदा उठाकर ये लपके अपने शिकार से रुपए और मोबाइल की ठगी कर रहे हैं। कानूनी पेचिदगियों में उलझने के भय से ठगी का शिकार हुए लोग पुलिस तक नहीं पहुंच रहे हैं।
गौरतलब है कि आज दोपहर में कोर्ट के मुख्य द्वार के पास एक शख्स काफी परेशान अवस्था में बैठा था। उस दौरान कोर्ट के कर्मचारी ने उससे उसकी परेशानी की वजह पूछी तो सारा मामला सामने आ गया। इसी बीच कुछ अधिवक्ता भी वहां एकत्र हो गए। ठगी का शिकार हुए शख्स ने अधिवक्ताओं को अपना नाम ओमप्रकाश और ठिकाना कतरियासर बताया।
ठगी का शिकार हुए शख्स के मुताबिक वह अपना इलाज करवाने के लिए सादुल कॉलोनी स्थित डॉ. मुकेश सिंघल के घर के बाहर खड़ा था। इसी दौरान एक युवक वहां आया और उसने ओमप्रकाश से कहा कि वह उसका सरकारी कार्ड बनवा देगा जिससे उसका इलाज कम रुपए में हो जाएगा और दवाइयां फ्री में मिल जाएंगी। रोगी ओमप्रकाश उस युवक के प्रलोभन में आ गया। युवक (लपका) उसे टैक्सी में लेकर कोर्ट परिसर (नई बिल्डिंग) पहुंचा और कोर्ट के मुख्यद्वार की सीढिय़ों के पास ओमप्रकाश को रोककर कहा कि वह अन्दर जाकर उसके ओटीपी नम्बर लाएगा।
ओटीपी नम्बर लाने की एवज में उस लपके ने ओमप्रकाश से एक हजार रुपए और उसका मोबाइल ले लिया। काफी देर तक लपका कोर्ट से बाहर नहीं आया, तब ओमप्रकाश ने उसकी तलाश शुरू की और काफी पूछताछ और तलाश करने के बाद भी वह नहीं मिला तो उसका इंतजार करने के लिए कोर्ट परिसर में पेड़ की छांव में बैठ गया, जहां उससे न्यायिक कर्मचारी मिला और ठगी का शिकार बने ओमप्रकाश ने उसे अपनी आपबीती सुनाई।
तब उस कर्मचारी ने उसे बताया कि कोर्ट में ऐसे कोई कार्ड नहीं बनते हैं और कोर्ट का समय भी एक घंटा पहले समाप्त हो गया है। ये बात सुनकर ओमप्रकाश और भी ज्यादा परेशान हो गया। जब उसे पुलिस थाने चलने को कहा तो उसने कहा कि वह और परेशानी नहीं झेल सकता है। इस दौरान मौके पर मौजूद अन्य लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में इस प्रकार से पहले भी कई लोग यहां ठगी का शिकार होकर परेशान हुए देखे गए हैं।