अब गहलोत सरकार के इस निर्णय का भी होगा विरोध

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Now this decision of Gehlot government will also be opposed

गोशाला संघ, गोभक्त और समाजसेवी हुए लामबंद

स्टांप संशोधन विधेयक-2020 में किए गए संशोधन का है विरोध

बीकानेर। बीकानेर गोशाला संघ की आज बैठक हुई जिसमें गहलोत सरकार की ओर से लाए गए विधेयक को गो विरोधी बताते हुए इसका विरोध किए जाने का निर्णय लिया गया।

बैठक में मौजूद गो ग्राम सेवा संघ राजस्थान के पदाधिकारी महेन्द्रसिंह लखासर ने बताया कि प्रदेश में सत्तारूढ कांग्रेस की गहलोत सरकार ने अभी हाल ही में जो विधेयक पास किया है, वो विधेयक गो विरोधी है। इस गो विरोधी विधेयक का 31 अगस्त यानि कल पूरे प्रदेश में जिला व तहसील स्तर पर विरोध किया जाएगा। सभी स्थानों पर प्रदर्शनकारी गोशाला संघ के सदस्य, गोभक्त व समाजसेवी मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे।

गौरतलब है कि 14 अगस्त से शुरू हुए विधानसभा सत्र में गहलोत सरकार ने स्टांप संशोधन विधेयक-2020 पास किया गया है। इस विधेयक में यह संशोधित किया गया है कि स्टांप पर लगाए गए गो सेवा कर का अब अन्य मदों में भी उपयोग किया जा सकेगा। जबकि पहले गो सेवा कर को सिर्फ गो सेवा पर ही खर्च किया जाता था। इस संशोधन के बाद गो सेवा के नाम पर आमजन से लिए गए धन को गहलोत सरकार गो सेवा की बजाय अन्य कार्यों में लगाने की मंशा रख रही है, जिसका विरोध पूरे प्रदेश में किया जा रहा है।

बैठक में बीकानेर गोशाला संघ के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश जोशी, उपाध्यक्ष सत्यनारायण स्वामी, महामंत्री निरंजन सोनी, गो ग्राम सेवा संघ राजस्थान के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष सूरजमाल सिंह नीमराणा, सामाजिक संगठन के अरविंद उभा, शीशपाल गिरी, विष्णुसिंह राजपुरोहित, चान्दवीरसिंह, पार्षद अनूप गहलोत, विशालसिंह नाथावत, उमाशंकर सोलंकी, अशोक उभा, कमल वर्मा, विजय कोचर, मालचन्द जोशी आदि मौजूद रहे।

#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com

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