बजरी की खदान पर बने थे दोनों मकान
बीकानेर। नोखा कस्बे में आज सुबह बजरी की खदानों पर बने दो मकान धंस जाने से अफरा-तफरी सी मच गई। हालांकि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई लेकिन मकान में रह रहे परिवार के लोगों में दशहत फैल गई।
हादसे की सूचना मिलने के बाद नोखा विधायक बिहारी लाल बिश्रोई, नगर पालिका चैयरमेन, सीओ नोखा महमूद खां सहित उपखंड प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की।
जानकारी के मुताबिक कस्बे के वार्ड नंबर 22 में हुए इस हादसे में पड़ौसी के दोनों मकान धंस गये और मौके पर गहरे गड्डे बन गये और मकान का सामान गड्डों में समा गया। बताया जा रहा है कि दोनों ही मकान बजरी की खदानों के ठीक ऊपर बने हुए थे।
इनके धंसने की खबर मिलने के बाद प्रशासन और पुलिस ने आस पास के अन्य मकान भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए खाली करवा लिए।
मौके पर पहुंचे विधायक बिहारीलाल विश्रोई ने नोखा कस्बे में बजरी खदाने से लगातार हो रहे हादसो के लिये नगर पालिका प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि हाई कोर्ट के आदेशों के 14 साल बाद भी इस इलाके में पालिका द्वारा सीवरेज का पानी छोड़ा जा रहा है। इसके कारण सैंकड़ों परिवारों को जान का खतरा बना हुआ है।
उन्होंने उपखंड अधिकारी को पीडि़त गरीब परिवारों के लिए नगरपालिका द्वारा संचालित रैन बसेरे में रहने और खाने-पीने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी बजरी की नकारा खानों के धंसने से आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी नोखा का प्रशासन कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं कर रहा है।