कोरोना प्रभावित इलाकों में जारी रह सकता है लॉक डाउन
बीकानेर। कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए देश भर में 24 मार्च से 14 अप्रेल तक लगे लॉक डाउन को हटाने के लिए मोदी सरकार रणनीति बनाने में जुटी है।
केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक तो सरकार ने लॉकडाउन के कारण कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण को पहले फेज में रोकने में कामयाबी हासिल की है। ऐसा माना जा रहा है कि लॉकडाउन पूरे देश से चरणबद्ध तरीके यानी अलग-अलग फेज में हटाया जा सकता है।
जानकारों के अनुसार सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती 14 अप्रेल को लॉकडाउन खत्म होने पर लोगों को नियंत्रित करने की है। इसके लिए जरूरी नीतियां बनानी होंगी। जैसे ही लॉकडाउन खत्म होगा लाखों की संख्या में लोग घरों से निकल कर सड़कों पर आ जाएंगे। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुझाव मांगे थे कि वे सभी अपने प्रदेशों में लॉकडाउन कैसे हटाएंगे? इस पर अपने राज्यों की स्थिति के आधार पर रिपोर्ट तैयार करके केंद्र को भेजने को कहा गया था।
सूत्रों के अनुसार राज्यों द्वारा भेजीं गई रिपोट्र्स के आधार पर और केंद्रीय मंत्रियों के डिस्ट्रिक्ट के डीएम और एसएसपी के फीडबैक के आधार पर केंद्र सरकार लॉकडाउन को हटाने की रणनीति तैयार करेगी।
जानकारी के अनुसार लॉकडाउन को एक ही फेज में खोला जाएगा, लेकिन सभी राज्यों में कोरोना वायरस से ज्यादा प्रभावित जो इलाके हैं, वहां लॉकडाउन जारी रहेगा। देश में जहा-जहां भी लॉकडाउन हटाया जाएगा, वहां धारा-144 लगाई जाएगी ताकि चार से ज्यादा व्यक्ति एक साथ एक स्थान पर जमा न हो सकें।
लॉकडाउन ख़त्म होने के बाद भी सभी अंतरराज्यीय परिवहन प्रणाली को पूरी तरह से बंद ही रखा जाएगा, लेकिन कोई लॉकडाउन होने के कारण किसी दूसरे राज्य में फंस गया है तो उसे विशेष परिस्थिति में कारण बताने पर ही अपने राज्य जाने को मिलेगा। वह भी कोरोना टेस्ट कराने के बाद। सभी प्रकार के निजी यातायात माध्यम बंद रखे जाएंगे। इसमें बस सर्विस, टैक्सी, ऑटो सभी शामिल हैं। सिर्फ जरूरी सेवाओं से संबंधित वाहन ही चलेंगे। रेल सेवा और हवाई सेवाओं को 30 अप्रेल तक बंद रखा जा सकता है। हालात सुधरने पर चरणबद्ध तरीके से सेवाएं शुरू हो सकेंगी।