अस्पताल परिसर में ही बना रखा डम्पिंग यार्ड, लगवा देते हैं कचरे में आग
पीबीएम हेल्प कमेटी के पदाधिकाधिकारियों ने मौके पर बुलवाया पीबीएम अधीक्षक को, दिखाया अस्पताल में प्रदूषण होते नजारे को
बीकानेर। करोड़ों रुपए खर्च किए जाने के बाद भी पीबीएम अस्पताल में सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं हैं। सफाई व्यवस्था संभालने वाली फर्मों ने पीबीएम परिसर में ही डम्पिंग यार्ड बना रखा है और जैसे ही यार्ड में कचरा जमा हो जाता है, वहां आग लगवा दी जाती है। जिससे पूरे अस्पताल में प्रदूषण फैल जाता है।
पीबीएमहेल्प कमेेटी के अध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह राजपुरोहित ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि आज वे ट्रोमा सेन्टर में किसी रोगी को दिखाने गए थे। उस दौरान उन्होंने देखा कि पास पड़े खाली मैदान में घना काला धूंआ पीबीएमपरिसर में फैल रहा था। उन्होंने तुरंत पीबीएम अधीक्षक डॉ. मोहम्मद सलीम को फोन किया और इसकी जानकारी दी।
सूचना मिलते ही पीबीएम अधीक्षक मौके पर पहुंचे और उन्होंने सफाई व्यवस्था संभालने वाली फर्म के सुपरवाइजर को वहां बुलवाया। सुपरवाइजर ने कचरा जलाने के कार्य से अपनी फर्म और अपने आप को बचाते हुए कहा कि लोग कचरे में आग लगा जाते हैं। जबकि अस्पताल के सूत्रों के अनुसार फर्म के कर्मचारी ही वहां कचरे के ढेर को जला देते हैं और अगले दिन फिर अस्पताल से निकला कचरा वहां ढेर के रूप में जमा कर देते हैं।
गौरतलब है कि वार्डों से निकले कचरे में ग्लूकोज की प्लास्टिक की बोतलें, सिरेंज आदि कचरा ट्रोमा सेन्टर के पास रोजाना जलाया जाता है। जबकि इस कचरे को जलाने के लिए अलग से प्रावधान हैं। इस कचरे को जलाए जाने से पीबीएम में भर्ती रोगियों के स्वास्थ्य पर तो प्रतिकूल असर पड़ता ही है, वहीं पर्यावरण को भी काफी नुकसान पहुंचता है।
पीबीएमसे जुड़े सूत्र बताते हैं कि पीबीएम में कुल 225 कर्मचारियों की नियुक्ति फर्म ने बता रखी है और 40 से 45 मशीनों से सफाई कार्य करवाया बताया जाकर भुगतान उठाया जा रहा है, लेकिन पीबीएमकी बदहाल सफाई व्यवस्था इन सब कार्य की पोल खोलती है। ऐसी फर्मों के खिलाफ पीबीएमप्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
Kamal kant sharma and Bhawani joshi newsfastweb.com