शुरू हो गया ‘पोस्टर वॉर’, कांग्रेस के एकजुट होकर चुनाव लड़ने के दावे खोखले
दो प्रत्याशियों के पोस्टर सियासी गलियारों में बने चर्चा का विषय
बीकानेर। लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में कांग्रेस अपने प्रचार में पूरे दमखम से जुटी हुई है। इस बीच फिर से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की चर्चाओं के कारण सियासत के पारे में हलचल हो गई है। भले ही कांग्रेस एक जुट होकर लोकसभा चुनाव लडऩे का दावा करती है लेकिन सियासी चर्चा इन दावों पर सवाल उठा रही है। इन दिनों गहलोत और पायलट के चुनावी पोस्टर को लेकर चर्चा छिड़ गई है। अब इन दोनों नेताओं के समर्थक के बीच ‘पोस्टर वॉर’ देखने को मिल रहा है।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव के चलते कांग्रेस के दो प्रत्याशियों के पोस्टर सियासत में चर्चा का विषय बने हुए हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। जालौर – सिरोही लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे वैभव गहलोत के समर्थन में जारी पोस्टर में एक बार फिर सचिन पायलट का चेहरा गायब मिला। इसे लेकर काफी चर्चा हो रही है। दूसरी ओर सचिन पायलट की ओर से जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्टर जारी किया गया। उसमें भी अशोक गहलोत का फोटो गायब है। ऐसे में दोनों पोस्टरों को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर बहस छड़ी हुई है।
वैभव गहलोत और सचिन पायलट के पोस्टर को लेकर एक बार फिर सियासी पारा उबाल पर है। ऐसे में चर्चाएं शुरू हो गई है कि क्या गहलोत और पायलट के बीच अभी भी दूरी है। जबकि कांग्रेस हर बार यही दिखाने की कोशिश कर रही है कि कांग्रेस में सब एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे हैं। इधर, पायलट ने भी एक इंटरव्यू के दौरान सवाल के जवाब में कहा कि मैंने अशोक गहलोत को दिल से माफ कर दिया है, क्योंकि मुझे राजनीति में आगे बढ़ाना है।
इधर, पायलट ने वैभव गहलोत के पक्ष में चुनावी सभा करने के लिए भी कहा है। अब सवाल उठता है कि दूसरी तरफ वैभव गहलोत के पोस्टर में पायलट और सचिन पायलट के पोस्टर से गहलोत गायब है तो कहीं न कहीं अभी भी पायलट और गहलोत के बीच की अदावत की आग अभी भी सुलग रही है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com