इस बार हो रहे विधानसभा चुनाव कई मायनों में बहुत ही रूचिकर होने वाले है। दोनों पार्टियों ने बहुत ही सोच-समझकर अपने प्रत्याशियों का चयन कर चुनाव मैदान में उतारा है। इसके बावजूद पार्टी के कार्यकर्ताओं में थोपे गए प्रत्याशियों को लेकर मायुसी नजर आ रही है।
बीकानेर। प्रदेश में 7 दिसंबर को होने वाले चुनावों के चलते गहमागहमी का माहौल है। जिसके लिए अब प्रदेश की दोनों बड़ी पार्टियां कांग्रेस और बीजेपी जमकर चुनाव प्रचार में जुटी हुई है।
इसी बीच दोनों ही पार्टियों ने चुनावों में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए काफी सोच समझकर प्रत्याशियों का चुनाव किया है। जिसके चलते कुछ सीटें चर्चाओं का हिस्सा बनी हुई है। इन्हीं में से एक सीट बीकानेर संभाग की बीकानेर पूर्व सीट है। जहां से एक बार फिर बीजेपी ने सिद्धि कुमारी को मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने इस बार पैराशूट का उपयोग करते हुए नए चेहरे को चुनावी समर में टिकट दिया है।
पार्टी आलाकमान ने अपने ही दावों को झूठ साबित करते हुए पार्टी के प्रत्याशी के रूप में पैराशूट उतार दिया जिसकी वजह से इस क्षेत्र में पार्टी के पारम्परिक मतदाताओं में काफी मायूसी बताई जा रही है।
दो बार से बीजेपी की सिद्धि कुमारी को मिल रही है जीत
प्रदेश के विधानसभा क्षेत्र बीकानेर पूर्व में पिछले 2 चुनावों में बीजेपी ने ही जीत हासिल की है। वर्ष-2008 और 2013 में बीजेपी की सिद्धी कुमारी ने यहां जीत दर्ज की थी। यहां कुल वोटरों की संख्या 31 जुलाई,2018 तक 2,25,909 है।
जिसमें से पुरुष वोटरों की संख्या 1,17,302 है और महिला वोटरों की संख्या 1,08,607 है। जिसके बाद एक बार फिर बीजेपी ने सिद्धि कुमारी को ही इस सीट पर टिकट दिया है।
गौरतलब है कि 2008 में उनके खिलाफ कांग्रेस से डॉ. तनवीर मालावत ने चुनाव लड़ा था और करीब 37 हजार वोटों के अन्तर से हारे थे। वर्ष-2013 में इस सीट से कांग्रेस के गोपाल गहलोत ने चुनाव लड़ा था और उन्हें सिद्धि कुमारी ने तकरीबन 31 हजार वोटों से हराया था।
अब 2018 में कांग्रेस ने इस सीट पर नए चेहरे को चुनावी समर में उतारा है। कांग्रेस की ओर से इस सीट पर कन्हैयालाल झंवर चुनाव लड़ रहे हैं। पैराशूटी प्रत्याशी होने की वजह से उनकी राहें आसान नहीं मानी जा रही है।
दावेदार जता चुके हैं पहले ही विरोध
बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के कई दावेदार पार्टी की ओर से इस प्रत्याशी का नाम घोषित होते ही उनके विरोध में उतर गए थे। ऐसे में माना जा रहा है कि हो सकता है कोई दिखावे के लिए उनके साथ खड़ा नजर आ जाए लेकिन अन्दर ही अन्दर लोग टांग खिंचाई ही करेंगे।