सरकार के साथ सोलर प्लांट्स मालिकों से भी की अपील
बीकानेर। अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के विशेष आंमत्रित सदस्य, सामाजिक कार्यकर्ता एवं खाजुवाला कृषि उपज मण्डी समिति के पूर्व निदेशक रामेश्वरलाल बिश्नोई ने प्रकृति और खेजड़ी बचाने के सरकार से प्रभावी कानून बनाने की मांग की है। उन्होंने आने वाले विधानसभा सत्र में इस बारे में विधेयक पेश करने की मांग सरकार से की है।
पर्यावरण प्रेमी रामेश्वरलाल विश्नोई आज नोखा दैया के पास ग्राम पंचायत रणधीसर में पिछले 112 दिनों लगातार चल रहे प्रकृति बचाओ आन्दोलन में पहुंचे। उन्होंने धरने पर बैठे पर्यावरण पप्रेमियों की हौसला हफजाई की। इस अवसर पर उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार के साथ राष्ट्रीय और राज्य स्तर के सभी नेताओं और अनुरोध किया कि उक्त धरना ना किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ है, ना ही किसी धर्म के खिलाफ है, ना ही देश के खिलाफ हैं। उक्त धरना प्रकृति को बचाने के लिए निःस्वार्थ भाव से दिया जा रहा धरना है। मानव जीवन के लिए प्रकृति को बचाना अत्यंत जरूरी है क्योंकि यदि इसी तरह प्रकृति को नष्ट किया जाता रहा तो वो दिन दूर नहीं है कि प्रकृति समाप्ति के साथ-साथ मानव जीवन को अत्यंत दुर्गम संकट से गुजरना पड़ेगा।
इसलिए प्रकृति को बचाने का एवं खेजड़ी को बचाने का
कानून बनाया जाए।
इस अवसर पर बिश्नोई ने जिले में स्थापित सोलर प्लान्ट कम्पनीयों के मालिको से अपील भी की। उन्होंने कहा कि आने वाले 10 नवम्बर को प्रकृतिक प्रेमियों के द्वारा रासीसर गांव में भारतमाला कट के पास जो महापड़ाव डाला जा रहा है, उससे पहले-पहले वो स्वयं आकर बीकानेर जिले में चल रहे 3 धरनों, जिला मुख्यालय, खेजड़ला की रोही व छतरगढ़ तहसील पर धरनों को समाप्त करवाये एवं अपने कम्पनी में कार्यरत सभी कार्मिको को निर्देश प्रदान करें कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति ना हो।
इस दौरान रामेश्वरलाल विश्नोई ने रणधीसर दरबार के महंत बालक पवनपुरी महाराज को गुरु जम्भेश्वर भगवान की शब्दवाणी एवं भंवर भजनमाला जम्भेश्वर ययार्य अमृत लीला भेंट की। धरने पर संघर्ष समिति के संयोजक एडवोकेट रामगोपाल बिश्नोई, सहीराम पुनिया, सोमपुरी महाराज, मोहन टाण्डी, विकास कुमार महेला, महेन्द्रसिंह शेखावत, गोपालसिंह भाटी, भंवर सिंह, सत्तूराम सुथार, प्रदीप लब्बा, ऋषभ गौड़ आदि मौजूद रहे।
#Kamal K. sharma / Bhawani Joshi www.newsfastweb.com