दो निर्दलीय विधायकों ने सरकार से लिया समर्थन वापस लिया
नई दिल्ली। कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस सरकार का संकट गहराता जा रहा है। दो निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक निर्दलीय विधायकों आर शंकर और एच. नागेश ने सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा की है।
इस संबंध में निर्दलीय विधायक आर. शंकर ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि आज मकर संक्रांति है। इस मौके पर हम सरकार में बदलाव चाहते हैं। जेडीएस-कांग्रेस सरकार विफल रही है जबकि सरकार सक्षम होनी चाहिए। इसलिए कर्नाटक सरकार से मैं अपना समर्थन वापस लेता हूं।
इसी कड़ी में दूसरे निर्दलीय विधायक एच नागेश ने कहा कि मैंने बेहतर और स्थायी सरकार के लिए गठबंधन को समर्थन दिया था लेकिन ऐसा नहीं हो सका। गठबंधन दलों में कोई तारतम्य नहीं है। इसलिए मैंने इस सरकार से समर्थन वापस लेकर स्थायी सरकार के लिए बीजेपी के पाले में जाने का फैसला लिया है।
इस बदलते घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता जी परमेश्वर ने कहा कि बीजेपी धन और बल के दम पर हमारे विधायकों को तोडऩे की कोशिश कर रही है लेकिन सरकार को अस्थिर करने की उनकी कोशिशें सफल नहीं होंगी। हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस के छह से आठ विधायक भाजपा के साथ जाने के लिए तैयार हैं और कुछ विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। इस बीच, कुमारस्वामी ने कहा कि सरकार में ‘अस्थिरता’ का सवाल ही पैदा नहीं होता है।
‘ऑपरेशन कमल’
कांग्रेस-जेडीएस ने जहां भाजपा पर विधायकों को लालच देने के आरोप लगाए वहीं राज्य भाजपा के प्रमुख बीएस येदियुरप्पा ने इन खबरों को खारिज कर दिया कि सरकार गिराने के लिए उनकी पार्टी ‘ऑपरेशन कमल’ में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि आरोपों में कोई सत्यता नहीं है और कहा कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन उनकी पार्टी के विधायकों को लालच देने का प्रयास कर रहा है।