स्वास्थ्य विभाग की टीम की खंडेलवाल मिष्ठान पर कार्रवाई, लिए सैम्पल, देखें वीडियो…

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Health department team's action on Khandelwal sweets, samples taken, watch video...

बना है कानून, सख्त हैं प्रावधान, पर सिस्टम है भ्रष्ट

धनबल और रसूख के चलते प्रशासन नहीं उठाता है सख्त कदम

बीकानेर। शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत आज स्वास्थ्य विभाग की ओर से भूट्टों के चौराहे पर स्थित खंडेलवाल मिष्ठान भण्डार पर कार्रवाई की गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से मिष्ठान भंडार पर रखी मिठाइयों के सैम्पल लिए गए हैं, जिनकी जांच की जाएगी। मिठाइयों के नमूने फेल होने की स्थिति में मिष्ठान भंडार संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सच तो यह है कि धनबल और रसूख के चलते प्रशासन द्वारा इनके खिलाफ कभी कोई सख्त कदम उठाते हुए नहीं देखा गया है।


मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मीणा के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मिठाइयों व अन्य खाने-पीने के सामान की गुणवता की परख की। वहीं साफ सफाई, उपभोक्ताओं को सामान तोलने के समय कार्मिकों द्वारा तय मापदंडों के अनुसार हाथ में गलब्स पहनने सहित कई मापदंड़ों की भी पड़ताल भी की। इसके बाद कुछ मिठाइयों के सैम्पल लिए और उन्हें शीलबंद किया।


स्वास्थ्य विभाग की टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ. राजेन्द्र चौधरी ने न्यूजफास्ट वेब को बताया है कि त्योहारी सीजन को देखते हुए शुद्ध के लिए युद्ध के तहत मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के लिए खाद्य पदार्थों की सैम्पलिंग की जा रही है। विशेष रूप से मिठाइयों की दुकानों पर। आज यहां खंडेलवाल मिष्ठान भंडार पर कार्रवाई कर सैम्पल लिए गए हैं। इनकी जांच की जाएगी। नमूने फेल होने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांच में ज्यादातर सैंपल फेल ही सामने आए हैं। वे गुणवत्ता की कसौटी पर खरा नहीं उतरे हैं। इसके बावजूद आज तक किसी भी मिलावटखोर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होती नहीं देखी गई है।

बना है कानून, सख्त हैं प्रावधान, पर सिस्टम है भ्रष्ट


सरकार ने मिलावटखोरी रोकने के लिए खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम-2006 लागू कर रखा है। इस अधिनियम के तहत मिलावटखोरी करने वालों पर सजा का प्रावधान किया गया है, जिसमें छह महीने की सजा से लेकर आजीवन कारावास और एक लाख रुपए से लेकर दस लाख रुपए तक जुर्माने का प्रावधान शामिल है। हैरानी की बात तो यह है कि इस कानून के तहत मिलावटखोरों के खिलाफ सजा होते बहुत कम देखा गया है। ज्यादातर मिलावटखोर अपने धनबल और रसूख के चलते भ्रष्ट सिस्टम तक भेंट पहुंचा देते हैं और सजा व जुर्माने से बच निकलते हैं।

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com

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