हार्डकोर क्रिमिनल की अब खैर नहीं, हाइटैक हो रही पुलिस

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पुलिस

फेस डिटेक्शन तकनीक से पकडऩे की कवायद

बीकानेर। अपराधियों की धरपकड़ के लिए पुलिस महकमा तकनीकी रूप से और भी मजबूत किया जा रहा है। शहर में अब ऐसे कैमरे लगने वाले हैं जो चेहरों की पहचान करेंगे। फेस डिटेक्शन तकनीक के ये कैमरे शातिर और इनामी अपराधियों को भीड़ में से पहचान करेंगे। इन कैमरों को ऐसे सॉफ्टवेयर से जोड़ा जाएगा जो वांछित की छवि वाले लोगों की पहचान कर उनके वीडियो अलग कर देगा और सम्बंधित थाने को सूचित भी करेगा। ऐसे कैमरे शहर में पांच प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जा रहे हैं।

न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के मुताबिक फेस डिटेक्शन कैमरे सार्वजनिक स्थानों की रिकार्डिंग करते रहेंगे। साफ्टवेयर मे जिस व्यक्ति की फोटो डाली जाएगी, वो जब भी इन कैमरों के सामने से गुजरेगा, कैमरा उसकी वीडियो रिकार्डिंग करेगा और उस वीडियो को अलग कर सम्बंधित थाने को सूचना भेज देगा। वह व्यक्ति जितनी बार और जितने कैमरों के सामने से गुजरेगा, उन सभी के अलग-अलग वीडियो बनेंगे। इसके अलावा इसमें फोटो अपलोड करने के बाद उस फोटो वाले व्यक्ति के वीडियो अगर पहले भी रिकार्ड हुए होंगे तो वे भी अलग कर दिए जाएंगे।

यदि सम्बंधित व्यक्ति पहले इन कैमरों के सामने आया होगा तो वे भी अलग किए जा सकेंगे। इससे अपराध कर भागने वाले लोगो की जल्दी से पहचान की जा सकेगी। इससे पुलिस को शातिर और बदमाश अपराधियों तक पहुंचने में सहायता मिलेगी। इस तकनीक को इजरायल में उपयोग में लिया जा रहा है, इसी तकनीक को यहां अपनाया गया है। उसी अनुरूप साफ्टवेयर इंस्टाल किए जा रहे हैं।

छह महीने से जारी है कार्य

पुलिस अधिकारियों ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि फेस डिटेक्शन कैमरे लगाने का काम सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग कर रहा है। यह कार्य पिछले छह महीने से चल रहा है। 19 सितम्बर 2019 को वर्क आर्डर जारी हुए। कैमरे लगाने का टैण्डर जारी होने के बाद लगातार अनुमति से लेकर सार्वजनिक निर्माण विभाग में शुल्क जमा करवाने तक कई अड़चने आ रही हैं। राजस्थन क्रेन सर्विस के माध्यम से कैमरे लगाने के लिए अनुमति भी मिल चुकी है और रोड कट की 285200 रुपए जमा भी करवाए जा चुके हैं, इसके बावजूद अभी तक कैमरे नहीं लगे हैं। विभाग की लेटलतीफी पर पुलिस ने भी अप्रसन्नता व्यक्त की है।

2300 मीटर बिछाई जाएगी फाइबर केबल

शहर के पांच सार्वजनिक स्थानों पर कैमरे लगाने के लिए स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं। इन कैमरों को को फाइबर कैबल से जोड़ा जाएगा। हालांकि जिन स्थानों पर कैमरे लगाए जाने हैं, वहां फाइबर कैबल पहले से बिछी हुई है लेकिन कैमरों को जोडऩे के लिए अलग-अलग टुकड़ों में तकरीबन 2300 मीटर लम्बाई में फाइबर कैबल बिछाई जाएगी।

यह फाइबर कैबल बिछने के बाद नए पांच कैमरे तो जुड़ेंगे ही, साथ ही 150 पुराने कैमरे भी इससे जुड़ जाएंगे, जिससे शहर की अन्य गतिविधियों पर भी अपेक्षाकृत ज्यादा नजर रखी जा सकेगी। पुलिस के अभय कमांड सेन्टर ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी केन्द्र को कैमरों को जल्दी से जल्दी लगाने और फाइबर कैबल बिछाने का आग्रह किया है।

Kamal kant sharma newsfastweb.com

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