जल्दी ही मिलेगा पोर्टफोलियो, डॉ. बीडी कल्ला कैबिनेट और भंवरसिंह भाटी राज्य मंत्री बनें। मंत्रिमण्डल में सिर्फ एक महिला शामिल, भरतपुर जिले से तीन जनें मंत्रिमण्डल में शामिल।
बीकानेर। प्रदेश के राज्यपाल कल्याण सिंह ने आज राजभवन में आयोजित समारोह में 13 कैबिनेट और 10 राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई। मंत्रिमंडल की पहली सूची में क्षेत्रीय एवं जातीय संतुलन को ध्यान में रखा गया है। मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर दिल्ली में चले मंथन के बाद 23 मंत्रियों पर मोहर लगाई गई।
शपथ लेने वाले मंत्रियों में डॉ.बीडी कल्ला, शांति धारीवाल, रघु शर्मा, लालचंद कटारिया, प्रमोद जैन भाया, परसादीलाल मीणा, विश्वेन्द्र सिंह, हरीश चौधरी, मास्टर भंवर लाल शामिल हैं।
इनके अलावा रमेश मीणा, प्रताप सिंह खाचरियावास, उदयलाल आंजना, गोविन्द सिंह डोटासरा, ममता भुपेश, भंवरसिंह भाटी, अर्जुन बावनिया, सुखराम विश्नोई, अशोक चादंना, टीकाराम जुली, भजन लाल जाटव तथा राजेन्द्र यादव भी मंत्री गए हैं। शपथ लेने वालों में सालेह मोहम्मद एक मात्र मुस्लिम विधायक है। राष्ट्रीय लोक दल के डॉ. सुभाष गर्ग भी शपथ लेने वालों में शामिल है।
सिर्फ एक महिला
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई बार महिलाओं को तरजीह देने की वकालत की। महिला आरक्षण लागू करने के लिए कांग्रेस शासित राज्यों को पत्र भी भेजे। कुछ राज्यों ने इसके लिए विधेयक भी पारित करवाए। राजस्थान में मंत्रिमंडल गठन में इसका उलट नजारा देखने को मिला। प्रदेश में 11 महिला कांग्रेस विधायक होने के बावजूद सिर्फ एक को मंत्री बनने का मौका मिला है।
बीकानेर में मनाई खुशियां
डॉ. बीडी कल्ला और भंवरसिंह भाटी के मंत्री बनने पर बीकानेर में खुशियां मनाई गईं। डॉ. कल्ला और भंवरसिंह भाटी के समर्थकों के साथ-साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर खुशियां मनाई।
समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने पटाखे चलाए, एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और गुलाल उड़ा कर डॉ. कल्ला तथा भंवरसिंह भाटी को मंत्री बनाए जाने पर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का आभार व्यक्त किया।
13 जिलों से कोई मंत्री नहीं
श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, झुंझुनूं, धौलपुर, सवाईमाधोपुर, उदयपुर, डूंगरपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा, नागौर जिलों में कांग्रेस विधायक होने के बावजूद किसी को मंत्री नहीं बनाया गया है। जबकि पाली, सिरोही, झालावाड़ जिले में कांग्रेस का कोई उम्मीदवार चुनाव नहीं जीता था।
लोकसभा चुनाव पर साधा निशाना
मंत्रिमंडल में कांग्रेस ने जातिगत समीकरण साधते हुए लोकसभा चुनाव 2019 पर निशाना साधा है। यही वजह है कि कांग्रेस ने सबसे ज्यादा मंत्री जाट और अनुसूचित जाति के बनाए हैं। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राजनीति में महिलाओं को तरजीह देने की वकालत तो कर रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत में यह बदल नहीं रही है।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने जाट समाज को सबसे अधिक 6 टिकट दिए थे। जबकि राजपूत समाज को 4, ब्राह्मण समाज को 3, गुर्जर समाज को 2, वैश्य समाज को 1, मुस्लिम समाज को 1 टिकट दिया गया। जबकि राजस्थान में एससी के लिए 4 और एसटी के लिए 3 सीट आरक्षित हैं।
अब मंत्रिमंडल का चेहरा जातिगत के हिसाब से देखें तो कमोबेश इसके इर्द-गिर्द ही दिखाई दे रहा है। सबसे ज्यादा मंत्री जाट और एससी समाज से बनाए गए हैं। जबकि एसटी के तीन, ब्राह्मण और राजपूत समाज से दो-दो, गुर्जर और मुस्लिम समाज से एक-एक नेता को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। वहीं वैश्य समाज के तीन विधायकों को मंत्री बनने का मौका मिल रहा है।