बाल विवाह की मुखबिरी करेंगे सरकार के कर्मचारी

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Government employees will inform about child marriage

आखातीज और पीपल पूर्णिमा माने जाते हैं अबूझ सावे

प्रदेश के करीब 16 जिलों में सर्वाधिक है बाल विवाह की कुप्रथा

बीकानेर। आखातीज और पीपल पूर्णिमा के दिन बाल विवाह नहीं हो सके, इसके लिए सरकार ने अपने कर्मचारियों को बतौर मुखबिर तैनात कर दिया है। सरकार का यह निर्णय प्रदेश से इस कुप्रथा का खात्मा करना है।


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार करीब 16 जिलों में बाल विवाह की कुप्रथा सर्वाधिक प्रचलित है। प्रदेश में बाल विवाह को अभिशाप मानते हुए सरकार की ओर से इसे रोकने के लिए और आमजन को इसके बारे में बताने के लिए लगातार कोशिश की जाती रही है। आखातीज 22 अप्रेल को है और पीपल पूर्णिमा 5 मई को। ये दोनों अबूझ सावा माने जाते हैं। अबूझ सावा में मुहूर्त निकलवाने की जरूरत नहीं होती है। इस कारण लोग आखातीज और पीपल पूर्णिमा पर बाल विवाह कर देते हैं। इन दोनों दिन बाल विवाह ना हो सके इसके लिए सरकार ने अपने कर्मचारियों को मुखबिर बनाया है।

मुखबिर द्वारा बाल विवाह की जानकारी लेने के लिए अब सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है। बाल विवाह की रोकथाम के लिए टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है। इसमें ब्लॉक स्तर और ग्राम पंचायत स्तर पर कर्मचारी बालविवाह की जानकारी लेकर उनको रुकवाने के प्रयास करेंगे। प्रशासन द्वारा सबकी जवाबदेही तय कर दी गई है। अगर कहीं भी क्षेत्र में बाल विवाह होने की जानकारी आई तो इसकी सूचना आशा सहयोगिनी, ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी, बीट कांस्टेबल, साथिन और आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ता प्रशासन को देंगे। जिस पर प्रशासन कार्रवाई करेगा।

कार्ड पर जन्मतिथि लिखने के दिए थे निर्देश

बाल विवाह की रोकथाम के लिए उच्च स्तरीय प्रशासन ने शादी के कार्ड में वर और वधु की जन्मतिथि भी अंकित करने के प्रिंटिंग प्रेस वालों को निर्देश दिए थे। शहरों में तो इस आदेश का पालन किया गया लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जानकारों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में एक साथ दो-तीन लड़कियों की शादी कर दी जाती है। अन्य जो लड़कियों की शादी होती है, उनकी उम्र 18 वर्ष से कम ही होती है। उनकी शादी का कार्ड भी नहीं छपता है। इसके लिए सारी बातें पहले ही तय कर ली जाती हैं। बड़ी बहन की शादी के समय छोटी बहनों की शादी भी कर दी जाती है।

बाल विवाह रोकने को कंट्रोल रूम

आखातीज और पीपल पूर्णिमा पर बालविवाह रोकने के लिए उपखंड स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किये गए हैं। कहीं भी बालविवाह होता है तो इसकी सूचना उपखंड कार्यालय में बने कंट्रोल रूम में या नजदीक पुलिस स्टेशन पर भी दी जा सकती है।

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com

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