देवशयनी एकादशी कल, आठ नवम्बर (देवउठनी एकादशी) से शुरू होंगे मांगलिक कार्य
बीकानेर। देवशयनी एकादशी कल यानि शुक्रवार को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई जाएगी। इस अवसर पर मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान होंगे। इसके साथ ही मांगलिक कार्यों पर चार महीनों तक रोक लग जाएगी। देवशयनी एकादशी से चातुर्मास भी शुरू हो जाएगा।
पुराणों के अनुसार इन चार महीनों में भगवान विष्णु योग निद्रा में रहते हैं। इसके बाद कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी पर भगवान विष्णु की योग निद्रा पूरी होती है। इस एकादशी को देवउठनी एकादशी कहा जाता है और मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं।
थम जाएंगे विवाह
देवशयनी एकादशी पर अबूझ सावा होने के कारण शादियों की धूम रहेगी। इसके बाद भगवान विष्णु के शयन करने पर मांगलिक कार्यों पर एक बार फिर से विराम लग जाएगा। खासकर शादी के कार्यक्रम चार महीनों के लिए थम जाएंगे। इसके बाद 8 नवम्बर को देवउठनी एकादशी से देव जागने पर फिर से मांगलिक कार्य शुरू किए जा सकेंगे। पंडितों ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि इस दिन से साधु-संत चार महीने एक ही स्थान पर रह कर धर्म ध्यान करेंगे। इस अवधि में देवी-देवताओं की अराधना, तपस्या, हवन-पूजन का दौर रहेगा।