नवरात्रा में माता के इस मंदिर में गहलोत सरकार ने लगाई पूजा पर रोक

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Gehlot government banned worship in this temple of Mata during Navratra

बोली भाजपा : हिंदुओं के लिए काला दिन

श्रद्धालुओं में कांग्रेस सरकार को लेकर विरोध

बीकानेर। तुष्टिकरण की राजनीति को लेकर गहलोत सरकार का एक बार फिर से विरोध हाने लगा है। इस बार यह विरोध बाड़मेर जिलेे में स्थित हिंगलाज माता मंदिर में नवरात्री पर पूजा पर लगाई गई रोक को लेकर है।


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बाड़मेर जिले में पुलिस ने नवरात्री के दौरान इस मंदिर में किसी भी प्रकार के धार्मिक आयोजन पर रोक लगाते हुए मंदिर कमेटी के अध्यक्ष को पाबंद किया है। स्थानीय पुलिस द्वारा उन्हें लिखित रूप से नोटिस जारी करते हुए तत्काल रूप से इसके पालना करने के निर्देश दिए गए हैं। नोटिस में साफ कहा गया है कि नवरात्री के दौरान इस मंदिर में किसी भी प्रकार का कोई भी धार्मिक आयोजन नहीं किया जाए। जबकि नवरात्री के दौरान माता के मंदिर में धार्मिक आयोजनों का विशेष महत्व माने जाते हैं।


बताया गया है कि हिंगलाज माता खत्री समाज की आराध्य देवी हैं और इस मंदिर का संचालन खत्री समाज द्वारा ही किया जाता है। बीते कुछ समय से समाज के दो गुटों में किसी बात को लेकर विवाद है और यही विवाद मंदिर में नवरात्रि पूजा पर रोक का कारण बन गया है। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष लेखराज खत्री को शहर कोतवाल गंगाराम खावा की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि इस मंदिर को लेकर दो पक्षों में विवाद चल रहा है, जो कभी भी उग्र रूप धारण कर सकता है। ऐसे में नवरात्रि के दौरान इस मंदिर में कोई भी धार्मिक आयोजन नहीं किया जाए और इस नोटिस की तत्काल पालना की जाए।

भाजपा ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना


हिंगलाज माता मंदिर में नवरात्र पूजा पर रोक को लेकर आरएसएस के विचारक और भााजपा नेता तरुण विजय ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा है। तरुण विजय का कहना है जो काम बलूचिस्तान और पाकिस्तान की सरकार नहीं कर पाई वह राजस्थान की गहलोत सरकार ने कर दिया है। हिंदुओं के लिए काला दिन बताते हुए तरुण विजय ने लिखा कि बावेजा और शाहबाज की सरकार जो नहीं कर सकी वो राजस्थान की गहलोत सरकार ने कर दिया। उन्होंने इसका पुरजोर विरोध करने की अपील की है।

पाकिस्तान से लाई गई थी ज्योत


गौरतलब है कि हिंगलाज माता का शक्तिपीठ पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हैं और हर साल हजारों की तादाद में लोग इस शक्तिपीठ के दर्शन करने जाते हैं। विशेष तौर पर खत्री समाज के लोग जीवन में एक बार इस मंदिर के दर्शन की कामना रखते हैं। ऐसे में जब पाकिस्तान से लगती सीमा पर प्रदेश के बाड़मेर जिले में हिंगलाज माता मंदिर की स्थापना की गई, उस दौरान प्राण प्रतिष्ठा के लिए इस मंदिर में ज्योत प्रज्वलन के लिये पाकिस्तान के बलूचिस्तान स्थित हिंगलाज शक्तिपीठ से ज्योत लाना तय किया गया। उस समय दोनों देशों के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस में हिंगलाज शक्तिपीठ से जोत को विशेष तौर पर बाड़मेर लाया गया और बाड़मेर में स्थित हिंगलाज माता के मंदिर में प्रज्ज्वलित किया गया तब से यह ज्योत इस मंदिर में निरंतर प्रज्वलित है।

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com

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