पहले भाजपा और अब कांग्रेस में प्रत्याशियों के खिलाफ विद्रोह, अंदरूनी कलह से गहराया संकट

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First rebellion against candidates in BJP and now Congress, crisis deepened due to internal strife

खुद की ही गाइडलाइन तोडऩे के कांग्रेस आलाकमान पर लग रहे हैं आरोप

धरे रह गए कई सर्वे, शीर्ष नेताओं ने टिकट वितरण में उम्र भी रख दी ताक पर

बीकानेर। विधानसभा चुनाव में भाजपा के बाद अब घोषित प्रत्याशियों के खिलाफ कांग्रेस में विद्रोह हो गया है। टिकट कटने से नाराज कांग्रेस के कई नेता नाराज हो गए हैं और उन्होंने अपने नाराजगी के सुर आमजन तक पहुंचा दिए हैं।


राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार कांग्रेस की चौथी और पांचवीं लिस्ट जारी होने के बाद कांग्रेस की अन्दरूनी कलह बाहर सबके सामने आ गई और चुनाव में आपसी खींचतान का कारण बन गई है। आने वाले दिनों में ये कलह कहीं ना कहीं और किसी ना किसी रूप में कांग्रेस के लिए संकट खड़ा करेगी। क्योंकि कांग्रेस की ये दोनों लिस्ट आने के बाद राजगढ़ से टिकट नहीं मिलने से विधायक जौहरीलाल मीणा, बसेड़ी के विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा, शिव सीट से अमीन खान को टिकट दिए जाने से कांग्रेस के जिलाध्यक्ष फतेह खान, सिवाना से मानवेन्द्रसिंह को टिकट दिए जाने से सुनील परिहार, सूरतगढ़ से बलराम वर्मा ने विरोध जता दिया है। विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा ने तो अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया है। वहीं सूरतगढ़ से टिकट नहीं मिलने पर बलराम वर्मा ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इन नेताओं के साथ अन्य नेताओं ने भी अपना विरोध कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तक पहुंचा दिया है।

प्रदेश के कांग्रेस नेताओं पर पैसे लेकर टिकट देने के आरोप


सूत्रों के अनुसार राजगढ़ के विधायक जौहरीलाल मीणा को टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने पार्टी के प्रदेश नेताओं पर पैसे लेकर टिकट दिलवाने के आरोप लगाए हैं। विधायक जौहरीलाल ने कहा है कि मेरा टिकट बेचा गया है। उन्होंने कहा है कि मेरे स्थान पर मांगेलाल मीणा को टिकट पैसे लेकर दिया गया है। पैसे प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं ने लिए हैं। मीणा ने समर्थकों के साथ कांग्रेस छोडऩे की बात भी शीर्षस्थ नेताओं से कही है।
वहीं बसेड़ी विधायक बैरवा ने मीडिया से बात करते हुए खुद का टिकट कटने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि मैंने सचिन पायलट को सीएम बनाने की बात कही थी, इसलिए मेरा टिकट काटा गया। उन्होंने प्रदेश प्रभारी सुखजिंदरसिंह रंधावा पर भी सीएम से मिलीभगत करने का आरोप लगाया है।

भाजपा में भी नाराजगी बरकरार


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार टिकट कटने से नाराज चित्तौडग़ढ़ विधायक चंद्रभान आक्या ने छह नवंबर को निर्दलीय नामांकन पत्र दाखिल करने की बात कही है। नरपतसिंह राजवी को प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद आक्या ने कहा है कि सौ फीसदी चुनाव लडूंगा। अजमेर उत्तर से वासुदेव देवनानी को टिकट दिए जाने से नाराज ज्ञान सारस्वत ने निर्दलीय चुनाव लडऩे की बात कही है। मनोहर थाना में टिकट नहीं मिलने से नाराज रोशन सिंह ने भी निर्दलीय चुनाव लडऩे की बात कही है। झोटवाड़ा, बीकानेर पूर्व, डग सहित एक दर्जन सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा के बाद विरोध जारी है।

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com

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