पहले एलीवेटेड रोड नहीं बनने दी, अब यातायात व्यवस्था को नहीं होने दे रहे सुचारू
जागरूक हो रही जनता, कर रही स्वार्थी दुकानदारों का बहिष्कार
बीकानेर। महात्मा गांधी रोड पर चंद व्यापारी अपने स्वार्थ के लिए शहर के विकास में रोड़ा अटकाने में लगे हुए हैं। प्रशासन की ओर से महात्मा गांधी रोड, सट्टा बाजार, कोटगेट पर वनवे व्यवस्था की गई है, जिसका आमजन को फायदा मिल रहा है लेकिन कुछ व्यापारी अपने स्वार्थ के लिए प्रशासन की इस व्यवस्था का पार्किंग की आड़ में विरोध कर रहे हैं। शहर के विकास में रोड़ा बने इन व्यापारियों का शहरवासियों ने बहिष्कार करना शुरू कर दिया है।
दरअसल, संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने कुछ दिनों पहले शहर के अति व्यस्ततम और महत्वपूर्ण बाजार में बदहाल यातायात व्यवस्था को सुधारने की कवायद शुरू की और उन्होंने इस क्षेत्र में वनवे व्यवस्था शुरू की। वन वे व्यवस्था शुरू होने से रेल फाटकों के बंद होने पर जाम लगना भी बंद हो गया, और समूचे क्षेत्र में यातायात सुधर गया। वहीं इसी बीच प्रशासन ने महात्मा गांधी रोड पर खड़े होने वाले दुकानदार, कर्मचारियों और ग्राहकों के वाहनों की पार्किंग व्यवस्था में भी बदलाव कर दिया। प्रशासन ने रतन बिहारी पार्क, मटका गली और राजीव गांधी मार्ग पर पार्किंग स्थल बना दिया। इस पार्किंग व्यवस्था की आड़ लेकर ही महात्मा गांधी रोड के आधा दर्जन स्वयं भू व्यापारियों ने नई यातायात व्यवस्था का विरोध करना शुरू कर दिया।
इस क्षेत्र के कुछ दुकानदारों के अनुसार इस नई यातायात व्यवस्था का विरोध करने वाले व्यापारी रसूखदार हैं और सियासी गलियारों में इनकी पहुंच है। इसी वजह से इन लोगों ने पहले एलीवेटेड रोड नहीं बनने दी। इसके बाद तत्कालीन कलेक्टर नमित मेहता ने कोटगेट रेल फाटक पर अण्डरब्रिज बनाने की कवायद शुरू करवाई थी, लेकिन नेताओं के चाटूकार बने इन व्यापारियों ने अण्डरब्रिज योजना को भी सिरे नहीं चढऩे दिया। लगातार इन स्वार्थी व्यापारियों के विरोध को देखते हुए शहर के जागरूक नागरिकों ने इन दुकानदारों का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है और शहरवासियों से भी ऐसा करने की अपील की है।
पार्किंग स्थल से ई-रिक्शा चलाने की है व्यवस्था
प्रशासन की ओर से रतनबिहारी पार्क से ग्राहकों को बाजार तक पहुंचाने के लिए निशुल्क ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई है। ऐसा ये पहली बार किया गया है। फिलहाल एक ई रिक्शा की व्यवस्था की गई है। सफलता देख कर और भी ई-रिक्शा चलाए जाने का विचार प्रशासन की ओर से किया गया है। कुल मिला कर प्रमुख बाजार में यातायात व्यवस्था सुधरती नजर आ रही है, जिसकी वजह से स्वार्थी व्यापारियों को राजनीतिक परेशानी हो रही है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com