श्री मेहंदीपुर बालाजी मंदिर अधिग्रहण प्रक्रिया तत्काल रोकनेे की मांग

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Demand to stop Shri Mehandipur Balaji Temple acquisition process immediately
photo by google

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से मुख्यमंत्री को भेजा गया ज्ञापन

फिलहाल हाई कोर्ट के स्टे से मिली है राहत

जयपुर। दौसा स्थित सुप्रसिद्ध श्री मेंहदीपुर बालाजी मंदिर अधिग्रहण प्रक्रिया को लेकर श्रद्धालुओं मेें रोष है। लोगों ने मंदिर अधिग्रहण प्रक्रिया को तत्काल रोके जाने की मांग सरकार से की है। हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से इस बारे मेें मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा गया है।


हिन्दू जनजागृति समिति के प्रदेश समन्वयक आनन्द जाखोटिया के अनुसार श्री मेहंदीपुर बालाजी मंदिर लाखों श्रद्धालुओं का आस्था स्थान है। इस मंदिर के महंत किशोरपुरी महाराज के देवलोकगमन के 5 दिन बाद ही में शोकाकुल मंदिर न्यासियों को सरकार ने अधिग्रहण के विषय में नोटिस भेज दिया। यह इस मंदिर से जुड़े लाखों श्रद्धालुओं के धार्मिक भावना का अनादर हैं। जिसकी समिति और श्रद्धालु कड़ी आलोचना करते हंै।

उनके अनुसार वर्तमान में राजस्थान उच्च न्यायालय ने सरकार की इस कार्रवाई पर स्टे लगाया है लेकिन सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए एक निर्णय के अनुसार मंदिर अधिग्रहण, यह संविधान विरोधी है। इसलिए राजस्थान सरकार तत्काल प्रभाव से श्री मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के अधिग्रहण की प्रक्रिया रोके। अन्यथा दरगाहों, मस्जिदों और चर्चों के अधिग्रहण के लिए भी कानून बनाने का साहस दिखाए, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति समिति ने एक ज्ञापन द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री, देवस्थान विभाग मंत्री और मुख्य सचिव से की है।


समिति की ओर से इस ज्ञापन में लिखा गया है कि ‘डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी विरुद्ध तामिलनाडू शासन एवं अन्य’ (सिविल अपील क्र.10620/2013) प्रकरण में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए निर्णय को सरकार को ध्यान में लेना चाहिए। सरकार को केवल धार्मिक स्थल के व्यवस्थापन में व्याप्त अनियमितता समाप्त करने के लिए निश्चित कालावधी में सहकार्य करना अपेक्षित है। लेकिन मंदिर अधिग्रहित कर वहां अपना प्रशासन सदा के लिए रखना, यह संविधान द्वारा अनुच्छेद-26 में धार्मिक गुटों को दिए प्रदत्त मूलभूत अधिकारों का उल्लंघन है। इसलिए मेहंदीपुर बालाजी मंदिर अथवा धार्मिक संस्था का व्यवस्थापन शासन द्वारा स्वयं के नियंत्रण में लेना भारतीय संविधान के अनुच्छेद-26 (d) में निश्चित किए गए अधिकारों का उल्लंघन हैं। इसलिए श्री मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के अधिग्रहण प्रक्रिया पर तुरंत प्रभाव से रोक लगनी चाहिए।

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI WWW.NEWSFASTWEB.COM

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